इंफाल : मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (Manipur Chief Electoral Officer) (सीईओ) मणिपुर राजेश अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव (Manipur Legislative State Assembly) के लिए मतदान दो चरणों में 28 फरवरी और 5 मार्च को हुआ. कुल 60 निर्वाचन क्षेत्रों में से 36 विधानसभा क्षेत्रों में 90% या उससे अधिक मतदान (Voting) हुआ. उन्होंने बताया कि कुल 60 निर्वाचन क्षेत्रों में से 36 विधानसभा क्षेत्रों में 90% या उससे अधिक मतदान हुआ. कुल 60 विस सीटों पर औसतन 89 फीसदी से अधिक मतदान हुआ. जबकि 10वें और 11वें आम चुनावों के दौरान मतदान प्रतिशत क्रमशः 79.5% और 86.4% था. गुरुवार 10 मार्च को सुबह 8 बजे पोस्टल बैलेट की गिनती के साथ मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी. इसके बाद, ईवीएम में डाले गए मतों की गिनती 41 मतगणना हॉल में सुबह 8.30 बजे शुरू होगी.
उन्होंने बताया कि आम चुनावों में दिव्यांग मतदाताओं की भारी भागीदारी देखी गई है, जिसमें कुल 14565 दिव्यांग (Persons with Disabilities) मतदाताओं में से 90% से अधिक मतदान हुआ है. इसमें से 1235 दिव्यांग मतदाताओं ने अपने-अपने घरों में आराम से 8 डाक मतपत्रों के माध्यम से अपने मताधिकार का प्रयोग किया. 80 और उससे अधिक उम्र के कुल 41881 मतदाताओं में से 7361 ने डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान किया. दिलचस्प बात यह है कि 95% शताब्दी मतदाताओं ने डाक मतपत्रों या मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
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गौरतलब है कि कुल 2968 मतदान केंद्रों में से 604 मतदान केंद्रों पर पूरी तरह से महिला मतदानकर्मी तैनात थे. विशेष रूप से, 5 विधानसभा क्षेत्रों में पूरी तरह से सभी महिला मतदान दल थे. यह देश के किसी राज्य में सभी महिला बूथों का उच्चतम प्रतिशत है. राज्य भर में 113 मॉडल मतदान केंद्र थे जहां सेल्फी बूथ और फोटो बूथ भी स्थापित किए गए थे. ग्लोबल वेक्ट्रा के एक एएलएच और भारतीय वायुसेना के एक एमआई17 सहित तीन हेलीकॉप्टरों को हताहतों को एयरलिफ्ट करने और ईवीएम और मतदान टीमों को मतदान स्थल तक पहुंचने के लिए तैनात किया गया था. चुनाव अवधि के दौरान 4 मृतकों सहित कुल 18 घायलों को एयरलिफ्ट किया गया. सभी घायलों, सुरक्षा बलों और अन्य चुनावी मशीनरी का कैशलेस इलाज किया गया. मतदान ईवीएम के साथ कुल 25 मतदान दल दोनों चरणों में एयरलिफ्ट किए गए थे, जिनमें से 17 टीमों को तिपैमुख एसी और 8 को तमेई एसी से एयरलिफ्ट किया गया था.
12वें आम चुनावों में भी 170 करोड़ रुपए की रिकॉर्ड जब्ती हुई. जबकि लगभग 2017 में 5 करोड़ रुपए की जब्ती हुई थी. विधानसभा चुनाव-2022 के दौरान प्रवर्तन एजेंसियों के साथ-साथ पुलिस, उड़न दस्ता, आयकर और उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा कुल 6.14 करोड़ की नकदी, 143 करोड़ मूल्य की दवाएं और नशीले पदार्थ, 12 करोड़ मूल्य का सोना और अन्य कीमती धातुएं और 7.4 करोड़ मूल्य की अन्य वस्तुएं जब्त की गईं.