तिरुवनंतपुरम : केरल पुलिस ने पीएफआई नारेबाजी मामले में शुक्रवार को 18 और लोगों को गिरफ्तार किया है. ये वे लोग हैं जो बच्चे द्वारा लगाए गए नारे को दोहरा रहे थे. दो लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इस प्रकार अब तक कुल 20 लोगों कि गिरफ्तारी हो चुकी है. बता दें कि केरल उच्च न्यायालय ने पुलिस को अलाप्पुझा में 21 मई की रैली के संबंध में कथित भड़काऊ नारेबाजी के संबंध में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. नाबालिग लड़के को कंधे पर उठाकर ले जाने वाला एराट्टुपेट्टा निवासी अनस इस मामले में गिरफ्तार होने वाला पहला व्यक्ति था.
वायरल वीडियो में एक लड़का नारा लगाते हुए नजर आ रहा है कि "हिंदुओं को अपने अंतिम संस्कार के लिए चावल रखना चाहिए और ईसाइयों को अपने अंतिम संस्कार के लिए धूप रखनी चाहिए. अगर आप शालीनता से रहते हैं, तो आप हमारी भूमि में रह सकते हैं और यदि आप शालीनता से नहीं रहते हैं तो हम आज़ादी (आज़ादी) को जानते हैं. शालीनता से, शालीनता से, शालीनता से जियो."
यह केरल में रहने वाली हिंदू और ईसाई आबादी के लिए एक सीधा खतरा था, पीएफआई ने चेतावनी दी थी कि अगर वे लाइन में नहीं आते हैं तो मौत की सजा दी जाती है. केरल पुलिस ने 24 मई को पीएफआई अलाप्पुझा के जिला अध्यक्ष नवास वंदनम और जिला सचिव मुजीब के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 ए के तहत अभद्र भाषा के मामले में मामला दर्ज किया.
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एएनआई