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बिहार: 5 लाख रुपए एयर एंबुलेंस के लिए दिए.. लेकिन दगा दे गई कंपनी, पेशेन्ट की मौत

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Published : Jul 2, 2022, 11:06 PM IST

पटना में एयर एंबुलेंस सेवा देने वाली कंपनी की मनमानी सामने आयी है. सेना के रिटायर्ड जवान की मौत के बाद उनके बेटे ने कंपनी पर आरोप लगाया है कि ना तो सेवा दी गयी और ना ही पैसे लौटाए जा रहे हैं. आगे पढ़ें पूरी खबर...

वैशाली
कॉन्सेप्ट इमेज

वैशाली : सेना का एक जवान पूरी जिंदगी देश सेवा में लगा दी. लेकिन जब उसके जीवन का अंतिम समय आया तो एयर एंबुलेंस सेवा देने वाली कंपनी ने दगा कर (Air Ambulance Not Reached Patient Died) दिया. मामला बिहार की राजधानी पटना का है. मृतक रिटायर आर्मी जवान अजय तिवारी हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के गांधीनगर के रहने वाले थे. अब उनके बेटे एयर एंबुलेंस सेवा देने वाली कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप लगा रहे हैं.

ये भी पढ़ें - पटना एयरपोर्ट पर 24 घंटे एयर एंबुलेंस की सुविधा, दिल्ली का किराया 4 लाख 80 हजार

5 लाख 65 हजार रुपये जमा करवाया : दरअसल, अजय तिवारी लीवर की समस्या से जूझ रहे थे. पहले उन्हें हाजीपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां से स्थिति बिगड़ने पर पटना रेफर किया गया. पटना में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने कहा कि मरीज को इलाज के लिए दिल्ली ले जाना पड़ेगा. आनन-फानन में एयर एंबुलेंस प्रोवाइडर कंपनी से संपर्क किया (Air Ambulance Patna) गया. कंपनी ने तत्काल पैसा जमा कराने के लिए कहा. अजय तिवारी के परिवार वालों ने 7 लोगों से पैसा इकट्ठा कर 5 लाख 65 हजार रुपये जमा भी करवा दिए.

रिफंड नहीं किया जा रहा रुपया : कंपनी से तय हुआ कि 25 जून को रात 9:30 बजे तक एयर एंबुलेंस दिल्ली जाएगी. लेकिन जब अजय के बेटे ने रात 8:00 बजे कॉल किया तो कंपनी की तरफ से कहा गया कि मौसम की गड़बड़ी के कारण एंबुलेंस की सेवा नहीं दे पाएंगे. इसके बाद रात एक बजे अजय तिवारी की मौत हो गयी. मृतक के बेटे आरोप लगा रहे हैं कि उनका रुपया रिफंड नहीं किया जा रहा है. इस बाबत पटना के शास्त्रीनगर थाने में शिकायत दर्ज करवायी गयी है.

''पहले हाजीपुर अस्पताल में भर्ती कराया. स्थिति बिगड़ने पर पटना के पारस अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां दो दिन इलाज हुआ. इसके बाद सीटी स्कैन किया गया तो दिखा कि नस में प्रॉब्लम है. वहां से दिल्ली एम्स रेफर कर दिया गया. वहां से पटना एम्स गए. इसके बाद दिल्ली एम्स ले जाने के लिए एयर एंबुलेंस की बुकिंग की. पूरा पेमेंट भी कर दिए. बाद में जब कॉल किए तो कहा कि मौसम की वजह से सर्विस नहीं दी जा सकती है. हमलोग आईजीआईएमएस भी लेकर पहुंचे, जहां उनकी मृत्यु हो गयी. जब हमने पैसा रिफंड करने को कहा तो उन्होंने इंकार कर दिया.''- लकी कुमार, मृतक अजय तिवारी के पुत्र

वैशाली : सेना का एक जवान पूरी जिंदगी देश सेवा में लगा दी. लेकिन जब उसके जीवन का अंतिम समय आया तो एयर एंबुलेंस सेवा देने वाली कंपनी ने दगा कर (Air Ambulance Not Reached Patient Died) दिया. मामला बिहार की राजधानी पटना का है. मृतक रिटायर आर्मी जवान अजय तिवारी हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के गांधीनगर के रहने वाले थे. अब उनके बेटे एयर एंबुलेंस सेवा देने वाली कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप लगा रहे हैं.

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5 लाख 65 हजार रुपये जमा करवाया : दरअसल, अजय तिवारी लीवर की समस्या से जूझ रहे थे. पहले उन्हें हाजीपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां से स्थिति बिगड़ने पर पटना रेफर किया गया. पटना में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने कहा कि मरीज को इलाज के लिए दिल्ली ले जाना पड़ेगा. आनन-फानन में एयर एंबुलेंस प्रोवाइडर कंपनी से संपर्क किया (Air Ambulance Patna) गया. कंपनी ने तत्काल पैसा जमा कराने के लिए कहा. अजय तिवारी के परिवार वालों ने 7 लोगों से पैसा इकट्ठा कर 5 लाख 65 हजार रुपये जमा भी करवा दिए.

रिफंड नहीं किया जा रहा रुपया : कंपनी से तय हुआ कि 25 जून को रात 9:30 बजे तक एयर एंबुलेंस दिल्ली जाएगी. लेकिन जब अजय के बेटे ने रात 8:00 बजे कॉल किया तो कंपनी की तरफ से कहा गया कि मौसम की गड़बड़ी के कारण एंबुलेंस की सेवा नहीं दे पाएंगे. इसके बाद रात एक बजे अजय तिवारी की मौत हो गयी. मृतक के बेटे आरोप लगा रहे हैं कि उनका रुपया रिफंड नहीं किया जा रहा है. इस बाबत पटना के शास्त्रीनगर थाने में शिकायत दर्ज करवायी गयी है.

''पहले हाजीपुर अस्पताल में भर्ती कराया. स्थिति बिगड़ने पर पटना के पारस अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां दो दिन इलाज हुआ. इसके बाद सीटी स्कैन किया गया तो दिखा कि नस में प्रॉब्लम है. वहां से दिल्ली एम्स रेफर कर दिया गया. वहां से पटना एम्स गए. इसके बाद दिल्ली एम्स ले जाने के लिए एयर एंबुलेंस की बुकिंग की. पूरा पेमेंट भी कर दिए. बाद में जब कॉल किए तो कहा कि मौसम की वजह से सर्विस नहीं दी जा सकती है. हमलोग आईजीआईएमएस भी लेकर पहुंचे, जहां उनकी मृत्यु हो गयी. जब हमने पैसा रिफंड करने को कहा तो उन्होंने इंकार कर दिया.''- लकी कुमार, मृतक अजय तिवारी के पुत्र

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