आगरा: इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की तारीख में बुधवार देर शाम बदलाव किया गया. अब ताज महोत्सव 20 फरवरी से शिल्पग्राम में लगेगा. इस बार ताज महोत्सव की थीम को G20 से जोड़ा गया है. इसलिए, इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की थीम 'विश्व बंधुत्व G20' है. आगरा किले में छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती समारोह में सीएम योगी के साथ ही महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे सहित अन्य के आगमन को लेकर यह फैसला लिया गया है.
G20 देशों की बैठक के बाद जिला प्रशासन, नगर निगम, एडीए और अन्य विभाग अब इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव की तैयारी में जुट गए हैं. ताज महोत्सव की थीम के मुताबिक, शिल्पग्राम में तैयारियां शुरू हो गई हैं. शिल्पग्राम के प्रवेश द्वार पर इंडिया गेट और बुलंद दरवाजे की कलाकृति बनाई जा रही है. मुक्ताकाशीय मंच भी आकार लेने लगा है. आयोजन समिति ने इस साल ताज महोत्सव में एंट्री फीस 50 रुपये निर्धारित की है. अभी रात में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए कलाकारों के नाम तय नहीं हुए हैं.
बता दें कि सन् 1992 में आगरा में ताज महोत्सव की शुरुआत हुई थी. तब शिल्पग्राम में 18 फरवरी से 27 फरवरी तक ताज महोत्सव लगता था. लेकिन, अब ये इंटरनेशनल फेयर बन गया है. कोरोना की वजह से 2021 में ताज महोत्सव नहीं हुआ था. फिर, 2022 में विधानसभा चुनाव की वजह से ताज महोत्सव मार्च में हुआ था.
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक अविनाश चंद्र मिश्रा ने बताया कि ताज महोत्सव की तारीख में बदलाव किया गया है. हर साल की तरह पहले 18 से 27 फरवरी तक ताज महोत्सव लगाया जाना था. अब ताज महोत्सव 20 फरवरी से एक मार्च तक भव्य तरीके शिल्पग्राम में लगेगा. ताज महोत्सव में प्रवेश के लिए शिल्पग्राम में दो गेट बनाए जा रहे हैं. इसमें एक को इंडिया गेट और दूसरे को बुलंद दरवाजा का रूप दिया गया है. शिल्पग्राम परिसर में लगभग 30 दुकानें तैयार हो गई हैं. परिसर में देश के अलग-अलग प्रदेशों के शिल्पी अपने स्टॉल लगाएंगे. इसमें शिल्पी अपने उत्पाद की बिक्री करेंगे. इसके साथ ही ताज महोत्सव में खानपान के स्टॉल भी लगेंगे. विजिटर्स के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के झूले भी लगाए जाएंगे.
कश्मीर का सूट, बंगाल की कांथा साड़ी भी
ताज महोत्सव में देश भर से हस्त शिल्पी अपने उत्पाद लेकर आते हैं. इस कारण शिल्पग्राम मिनी भारत बन जाता है. यहां पर सहारनपुर का वुड क्राफ्ट, कश्मीर का सूट और पसमीना की शॉल, फरीदाबाद का टेराकोटा, पश्चिम बंगाल की कांथा साड़ी, वाराणसी की सिल्क साड़ी, बिहार का सिल्क, लखनऊ के चिकन वस्त्र, आंध्र प्रदेश का क्रोशिया, खुर्जा की पॉटरी और आसाम के केन फर्नीचर के स्टॉल लगाए जाते हैं.
50 रुपये एंट्री फीस, ताजमहल की टिकट पर फ्री एंट्री
ताज महोत्सव में विजिटर्स के लिए प्रति विजिटर एंट्री फीस 50 रुपये है. तीन वर्ष तक के बच्चों की एंट्री फ्री है. इसके साथ ही जो पर्यटक ताजमहल देखकर ताज महोत्सव में जाएंगे तो उन्हें ताजमहल का टिकट दिखाने पर फ्री एंट्री दी जाएगी. इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों के लिए ताज महोत्सव में फ्री एंट्री की व्यवस्था की गई है. स्कूल यूनिफार्म में 100 स्कूली बच्चों के समूह के लिए टिकट की कीमत 500 रुपये रहेगी. स्कूली बच्चों के साथ दो शिक्षकों का प्रवेश निशुल्क होगा. मुक्ताकाशी मंच पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अलग से कोई टिकट नहीं होगा.
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