अमरावती : टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी से आंध्र प्रदेश के कई कॉलेजों में हड़कंप मच गया है. चंद्रबाबू की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए आईटी कर्मचारियों और छात्रों ने कई जगह विरोध प्रदर्शन किया, जिससे वाईएसआरसीपी सरकार सतर्क हो गई. राज्य में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों के आक्रोशित होने की आशंका है. यही वजह है कि कई इलाकों में जबरन कॉलेज खाली कराए गए (Police evacuating colleges).
पुलिस ने विजयवाड़ा में सिद्धार्थ और पीवीपी कॉलेजों में छात्रों से पूछताछ की. विशाखापत्तनम के गीतम विश्वविद्यालय में टीडीपी जनसेना पार्टियों के गठबंधन का स्वागत करने वाले पोस्टर प्रदर्शित किए गए. नतीजा ये हुआ कि पुलिस सुबह-सुबह यूनिवर्सिटी में दाखिल हुई और हर छात्र से पूछताछ की. इस क्रम में पुलिस जनसेना के एक प्रमुख नेता पंचकरला संदीप को अपने साथ ले गई.
जबरन खाली कराए कॉलेज : विजयवाड़ा के विभिन्न कॉलेजों में पुलिस ने बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया. कॉलेजों को जबरन खाली कराया गया. पुलिस सिद्धार्थ इंजीनियरिंग और पीवीपी इंजीनियरिंग कॉलेजों में घुस गई. लाठीचार्ज में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं के साथ मार्च किया. बड़ी संख्या में पुलिस के कॉलेजों में घुसते ही माहौल बदल गया. आरोप है कि पुलिस ने छात्रों को डराने का काम किया. कॉलेज को आतंकवादियों के अड्डे की तरह घेरने से हर कोई आश्चर्यचकित रह गया. कक्षाएं निलंबित कर दी गईं और कॉलेजों को छुट्टी पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
छात्रों को जबरन बाहर भेजा : कॉलेज में कोई न रहे इसलिए छात्रों को जबरन बाहर भेज दिया गया. छात्रों ने शिकायत की कि जब शिक्षक कक्षा में पढ़ा रहे थे तो पुलिस ने गलत व्यवहार किया. उन्होंने इस बात पर गुस्सा जताया कि पुलिस ने उनके सामने उनके प्रोफेसरों के साथ अभद्र व्यवहार किया.
चंद्रबाबू के समर्थन में छात्रों ने व्हाट्सएप पर स्टेटस डाला : छात्रों ने व्हाट्सएप पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि राज्य में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का मुख्य कारण यह है कि मुख्यमंत्री के रूप में चंद्रबाबू नायडू ने बड़े पैमाने पर इंजीनियरिंग कॉलेजों को बढ़ावा दिया था. छात्रों ने उच्च शिक्षा के लिए पड़ोसी राज्यों में जाने के बजाय स्थानीय स्तर पर पढ़ाई की व्यवस्था के सूत्रधार चंद्रबाबू का समर्थन करने के लिए संदेश भेजे हैं.
विभिन्न कॉलेजों के छात्र स्वेच्छा से अपना समर्थन दिखाने के लिए आगे आए हैं. छात्र वर्ग की ओर से सोशल मीडिया के माध्यम से चल रही जानकारी जब पुलिस तक पहुंची तो उन्होंने आंदोलन को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए. राज्य के विभिन्न कॉलेजों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस छात्रों को सलाह दे रही है कि वे आपराधिक मामलों में फंसकर अपना भविष्य खराब न करें. उन्होंने परोक्ष रूप से चेतावनी दी कि विरोध करने पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा.
धारा 144 और पुलिस एक्ट 30 लागू होने के कारण कहीं भी चार से अधिक लोगों को इकट्ठा न होने का आदेश दिया गया है. पुलिस ने पेनामलूर, गन्नावरम, कांकीपाडु, उय्यूर, उन्गुथुर और बापुलपाडु मंडलों के कॉलेजों के छात्रों को नोटिस भेजा है. छात्रों ने कहा कि उन्होंने कई छात्रों के फोन छीन लिए जो अपने मोबाइल पर पुलिस का दृश्य फिल्मा रहे थे और धमकी दी कि अगर उन्होंने ऐसा किया तो वे वैन ले लेंगे.
जनसेना नेता संदीप का कहना है कि 'टीडीपी-जनसेना गठबंधन से जगन को हार का डर सता रहा है. इसीलिए जनसेना नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है. जिस दिन से पवन कल्याण ने चंद्रबाबू नायडू के प्रति अपना समर्थन जताया, उसी दिन से लोगों में एक दृढ़ विश्वास पैदा हो गया. टीडीपी-जनसेना गठबंधन में विश्वास बढ़ा है. इसीलिए लोग सड़कों पर उतर रहे हैं और गलत काम का विरोध कर रहे हैं. पुलिस आज सार्वजनिक नेताओं को गीथम विश्वविद्यालय में प्रवेश करने से रोक रही है. लोगों को एक ही बात याद रखनी चाहिए. वाईसीपी ने पहले ऋषिकोंडा पर कब्जा किया, फिर उन्होंने लाल मिट्टी के टीलों पर कब्जा कर लिया और अंत में, उन्होंने विश्वविद्यालयों पर भी कब्जा कर लिया.. कल सुबह वे आपको अपना घर छोड़ने नहीं देंगे.'