जयपुर. हाल ही में रिलीज हुई फिल्म आदिपुरुष का जयपुर में भी विरोध शुरू हो गया है. रविवार को अखिल भारतीय संत समिति के तत्वावधान में बालाजी मंदिर हाथोज धाम में संतों की धर्म सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान फिल्म आदिपुरुष पर तुरंत रोक लगाने की मांग की गई है. साथ ही केंद्र और राज्य सरकारों से फिल्म बनाने वालों को दंडित करने की अपील की गई है.
धर्मसभा में फैसला लिया गया कि फिल्म आदिपुरुष को बैन करने के लिए अखिल भारतीय संत समिति पूरे भारत में अभियान चलाते हुए केंद्र और राज्य सरकार से इस तरह की फिल्में बनाने की अनुमति नहीं देने की अपील करेगी. हाथोज धाम के बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि सेंसर बोर्ड ऐसी फिल्मों को पास न करे. हिंदू देवी-देवताओं, साधु-संतों का जिस तरह मजाकिया चित्रण किया जाता है, वो अब बर्दाश्त से बाहर है. संत समाज इसके लिए आंदोलन करेगा.
उन्होंने कहा कि फिल्म सिनेमाघरों में नहीं दिखाई जाए, इसके लिए चेताया जा रहा है, अन्यथा संत समाज सिनेमाघरों पर प्रदर्शन करेगा और फिल्म को नहीं चलने दिया जाएगा. हाथोज धाम में हुई धर्मसभा में आदिपुरुष फिल्म को बैन करने के साथ-साथ ज्वलंत मुद्दे लव जेहाद, धर्म परिवर्तन और फिल्मों के जरिए देवी-देवताओं, ऋषियों, साधु-संतों के अपमान पर भी चर्चा हुई. साथ ही विरोध जताते हुए भविष्य में ऐसा काम न हो, उसके लिए चेतावनी दी गई.
उधर, सर्व ब्राह्मण महासभा ने भी फिल्म आदिपुरुष पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है. महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने कहा कि इस फिल्म के जरिए भगवान हनुमान और दूसरे देवी देवताओं का अपमान करने की साजिश की जा रही है. साथ ही उन्होंने कंप्यूटर ग्राफिक्स के जरिए रामायण ग्रंथ के पात्रों के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने फिल्म के संवाद को स्तरहीन बताते हुए कहा कि इससे समाज में विरोधाभासी संदेश जा रहा है. ये फिल्म करोड़ों हिंदुओं की श्रद्धा के साथ खिलवाड़ है. इससे आस्था को भी चोट पहुंची है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.