भोजपुरः बिहार के आरा में बच्ची की गर्दन मरोड़ कर हत्या मामले में एसपी ने तियर थाना के एक जमादार चट्टान सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है. जमादार पर लोगों ने आरोप लगाया था कि उसने हत्या के आरोपी को भगाने का काम किया था. इस घटना के बाद से लोगों में आक्रोश बढ़ा हुआ है. अभी तक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता नहीं पाई है. लोगों ने जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है.
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क्या है मामलाः घटना 5 मार्च की बताई जा रही है. बिहिया प्रखंड के तियर थाना क्षेत्र के तियर गांव में एक 12 वर्षीय बच्ची के साथ दर्दनाक घटना को अंजाम दिया गया था. चार दिन तक पटना में इलाज चलने के बाद बच्ची की मौत हो गई थी. इस मामले में परिजनों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन भी किया था. परिजनों का आरोप है कि तियर थाने के जमादार ने आरोपी को भगाने का काम किया है. इसी मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए जमादार चट्टान सिंह को लाइन हाजिर किया है.
स्कूल से लौटकर नहीं आईः परिजनों के अनुसार 12 वर्षीय अंशु कुमारी गांव के ही प्राइवेट स्कूल में पढ़ती थी. 5 मार्च को पिकनिक मनाने के लिए अपने सहेलियों के साथ स्कूल गई थी. सभी बच्चियां 11 बचे तक घर चली आई लेकिन अंशु नहीं आई थी. खोजबीन में पता चला कि गांव की ही युवती खुशी कुमारी अपने घर लेकर गई है. जिसके बाद परिजन उसके घर पर जाकर पूछताछ की तो उसने अंशु के होने से इंकार कर दिया, लेकिन परिजनों ने किसी तरह घर में पहुंचे तो अंशु बेहोश पड़ी थी.
गर्दन मरोड़ कर हत्याः लड़की को बेहोशी की हालत में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया. गंभीर हालत को देखते हुए उसे सदर से पटना रेफर कर दिया गया था. जहां इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में परिजनों ने गांव के ही पारस गिरि, कमलेश गिरि की पत्नी दुर्गा देवी और पुत्री खुशी कुमारी को नामजद किया गया था. परिजनों के अनुसार बच्ची को आयरन से जलाया गया था, इसके बाद उसकी गर्दन मरोड़ दी गई थी, जिस कारण वह बेहोश हो गई थी. पटना में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. घटना से लोगों में आक्रोश है.
"किस वजह से बच्ची को मारा गया है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन बच्ची के साथ क्रूरता की गई है. प्रेस करने वाला आयरन से शरीर को जलाया गया था और गला दबाने की कोशिश की गई थी. घटना के बाद बच्ची का इलाज कराया गया, लेकिन इसकी मौत हो गई है. शुरू में परिजनों ने प्राथमिकी के लिए आवेदन नहीं दिया. 5 मार्च को घटना हुई, लेकिन पुलिस के पास 9 मार्च को प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. मामले में जल्द आरोपी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी." -प्रमोद कुमार, एसपी, भोजपुर
अब तक पुलिस के हाथ खालीः इस घटना के बाद अब तक पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. परिजनों ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस सुस्त पड़ी हुई है. बता दें कि घटना के बाद लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया था. सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराने का काम किया था, लेकिन अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से लोग पुलिस पर सवाल उठाने लगे हैं. इधर, एसपी ने कहा कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.