दुर्ग: मोबाइल टावर लगाने के नाम पर किसानों के साथ ठगी करने वाले चार शातिर आरोपियों को दुर्ग पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है. मामले के मास्टर माइंड समेत 3 महिलाओं को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी मास्टर माइंड 22 सदस्यीय टीम के साथ पश्चिम बंगाल में कॉल सेंटर चलाता था. इसी के माध्यम से देश भर में करीब 10 करोड़ रुपए की ठगी कर चुका है.
करीब एक हजार लोगों को बना चुका है शिकार: आरोपी मास्टर माइंड ने फर्जी कॉल सेंटर का संचालन कर, देश के कई शहरों में अपने साथियों के साथ करीब 1 हजार लोगों को ठगी का शिकार बनाया. बिहार का रहने वाला आरोपी बरूण सिंह और उसके साथी एयरटेल से डेटा लेकर गरीब किसानों को रैंडम फोन किया करते थे. किसानों को ये लोग ऑफर दिया करते थे कि यदि आपके पास सौ बाई सौ की जमीन है. तो वे आपकी जमीन पर मोबाइल टावर लगवा देंगे. बदले में उन्हें 15 लाख रुपए और 20 हजार किराया भी हर महीने दिया जाएगा. जो लोग इनके झांसे में आते उनसे रजिस्ट्रेशन, प्रोसेसिंग फीस, एनओसी और लाइसेंस के नाम पर 10 हजार से 21 लाख तक की वसूली किया करते थे. दुर्ग के पाटन और धमधा थाना क्षेत्र में जब इसी तरह की शिकायत पुलिस को मिली, तब बारीकी से जांच पड़ताल में ये शातिर ठग बेनकाब हुए.
आरोपियों के दो बैंक खातों से मिले 35 लाख: आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मास्टरमाइंड बरूण सिंह दूसरे के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करता था. पुलिस 5 बैंक खातों की जांच कर रही है. जांच में 2 बैंक खातों से 30 से 35 लाख रुपए बरामद किया गया है. आरोपी अपने सफाई कर्मचारी और एक अन्य कर्मचारी के खातों में राशि ट्रांसफर करता था.
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एसपी खुद बने किसान, आरोपियों से फोन पर की बात: एसपी अभिषेक पल्लव ने इस पूरे मामले का खुलासा किया. फिर पकड़े गए आरोपियों से ठगी करने के तरीके की जानकारी ली. इस दौरान एसपी ने खुद एक किसान बनकर आरोपियों से बातचीत की. तब आरोपियों ने लाइव डेमो के माध्यम से ठगी के तरीके बताए.