रायगढ़: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के सारंगढ़ में गिरिविलास पैलेस में लगे परंपरागत झंडे को हटाकर भगवा झंडा फहराने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पर 497 और 380 के तहत केस दर्ज किया गया. आरोपी का नाम देवेश पटेल ऊर्फ मोनू है. जिसने रविवार रात को पैलेस का स्टेट झंडा उतारकर भगवा झंडा फहरा दिया था. मामले में राज परिवार की शिकायत के बाद सारंगढ़ पुलिस ने कार्रवाई की. राजमहल की तरफ से आरोपी की पहचान भी कर दी गई है.
गिरिविलास पैलेस में भगवा फहराना राजनीतिक षडयंत्र: राजकुमारी कुलिशा देवी ने बताया कि ' रविवार रात को गिरिविलास पैलेस में लगा झंडा उतार कर भगवा झंडा लगा दिया गया. पैलेस में किसी तरह की चोरी नहीं हुई है. लेकिन पूरी घटना राजनीतिक षडयंत्र लग रही है. गिरिविलास पैलेस का संबंध कांग्रेस के आदिवासी नेता से रहा है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का नाता गिरिविलास पैलेस से है. कई विधायक और सांसदों का संबंध इस पैलेस से है. ये पूरी तरह से राजनीतिक षडयंत्र लग रहा है'.
सारंगढ़ एसडीओपी और थाना प्रभारी विवेक पाटले ने बताया कि 'रविवार को राजमहल का परंपरागत झंडा हटाकर भगवा झंडा लगाने की शिकायत राजमहल से की गई. जिस पर कार्रवाई के लिए विशेष टीम बनाई गई. पैलेस में जाकर देखा गया. रायगढ़ से डॉग स्क्वॉयड भी पहुंची. जिसके बाद बरमकेला से आरोपी देवेश पटेल ऊर्फ मोनू को पकड़ा और पूछताछ की. आरोपी ने घटना करना स्वीकार कर लिया है. आरोपी ने बताया कि नेगी तालाब के पास से झंडा लेकर पैलेस पहुंचा और पैलेस में लगे झंडे को हटाकर दूसरा झंडा लगा दिया. पैलेस में लगे झंडे को आरोपी ने जला दिया'.
पुलिस ने बताया कि 'आरोपी के बारे में परिजनों और आसपास के लोगों से पता चला है कि आरोपी कुछ दिनों से मानसिक रूप से कमजोर चल रहा है. इस मामले में आरोपी को कोर्ट भेजा जा रहा है.