मीरा भायंदर (ठाणे): भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता और उनकी पत्नी सुमन मेहता पर आय से अधिक संपत्ति के गबन के मामले की जांच लोकायुक्त ने 10 मई 2016 को रिश्वत रोकथाम अधिनियम के तहत की थी. छह साल बाद नवघर थाने में 19 मई को मामला दर्ज किया गया. मामला दर्ज होने के बाद से मेहता और उनकी पत्नी लापता हैं.
जानकारी के अनुसार नरेंद्र लालचंद मेहता अगस्त 2002 से 2017 तक मीरा भायंदर नगर निगम में नगरसेवक थे. उन्होंने मेयर, विपक्ष के नेता और वार्ड समिति के अध्यक्ष के पदों पर कार्य किया. 2014 से 2019 तक मीरा भायंदर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की विधायक थे. आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के लिए लोकायुक्त के आदेश पर मेहता के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई गई थी.
फिलहाल उसकी जांच पालघर जिला एसीबी कर रही थी. मेहता और उनकी कंपनी बड़े पैमाने पर घोटालों में उलझे हुए हैं, जिसमें कंपनियां कथित तौर पर सरकारी राजस्व को बर्बाद कर रही हैं और अपनी आय से अधिक संपत्ति और गुमनाम संपत्ति अर्जित कर रही हैं. मामला दर्ज होने के बाद से हैं लापता: छह साल की जांच के बाद 19 मई को अपर पुलिस अधीक्षक अनिल घेरडीकर ने नरेंद्र लालचंद मेहता व उनकी पत्नी सुमन नरेंद्र मेहता के खिलाफ नवघर थाने में अपराध दर्ज किया.
तदनुसार नरेंद्र मेहता ने 1 जनवरी 2006 से 31 अगस्त, 2015 तक एक लोक सेवक के रूप में अपने पद का दुरुपयोग किया है और संपत्ति अर्जित की है. उनकी आय से 9 करोड़ 25 लाख 51 हजार 773 अधिक है. आरोप है कि उनकी पत्नी सुमन मेहता ने गलत तरीके से अर्जित लाभ के गबन में सहायता की. ठाणे जिला सत्र न्यायालय में मामला दर्ज होने और गिरफ्तारी पूर्व जमानत के लिए अर्जी दाखिल होने के बाद से मेहता और उनकी पत्नी लापता हैं. सुनवाई 30 मई से शुरू होने वाली है.
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