कोलकाता: पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने पुरानी पार्टी पर कटाक्ष किया. असम के दिमा हसाओ जिले में उत्तरी कछार हिल्स स्वायत्त परिषद (एनसीएचएसी) चुनाव में कांग्रेस की निराशाजनक हार के बाद बंगाल में सीटों को लेकर अभिषेक ने निशाना साधा.
सत्तारूढ़ भाजपा ने असम के दिमा हसाओ जिले में उत्तरी कछार हिल्स स्वायत्त परिषद (एनसीएचएसी) में सत्ता बरकरार रखी, 30 सदस्यीय परिषद चुनावों में 25 सीटें जीतीं. बीजेपी का कुल वोट शेयर 55.52 फीसदी रहा. एनसीएचएसी चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 8.87 प्रतिशत रहा. दूसरी ओर टीएमसी ने पहली बार चुनाव लड़ा और कुल वोटों का 7.63 फीसदी हासिल किया.
सोशल मीडिया 'एक्स' पर अपने आधिकारिक हैंडल पर अभिषेक बनर्जी ने पोस्ट किया, 'पहली बार एनसीएचएसी चुनाव लड़ने के बावजूद विपक्ष कांग्रेस की तुलना में अधिक वोट शेयर हासिल किया. उन्होंने आगे कहा, 'कोई कह सकता है कि बंगाल में उनकी सीट हिस्सेदारी की आकांक्षाएं काफी अधिक है. 30 सदस्यीय उत्तरी कछार हिल्स स्वायत्त परिषद में 28 सदस्य निर्वाचित होते हैं और दो नामांकित होते हैं. असम राज्य चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणामों के अनुसार, भाजपा ने 25 परिषद सीटें जीतीं, जिनमें छह निर्विरोध शामिल हैं, जबकि तीन स्वतंत्र उम्मीदवारों ने जीत हासिल की.
वोटों की गिनती शुक्रवार सुबह 8 बजे शुरू हुई और शुक्रवार देर रात खत्म हुई. इंडिया ब्लॉक के एक प्रमुख घटक टीएमसी ने आगामी आम चुनावों के लिए पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 2 का प्रस्ताव कांग्रेस को दिया है. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस सिर्फ दो सीटें दिए जाने से नाराज है और उसने और सीटों की मांग की है. पिछले लोकसभा चुनावों में टीएमसी ने 22 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने 18 सीटें जीतकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था.