कोटा. दिल्ली से मुंबई जा रही राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में कोटा स्टेशन पर एक नाइजीरियाई नागरिक को पुलिस ने पकड़ा है. इसके संबंध में रेलवे के कमर्शियल कंट्रोल रूम से सूचना जीआरपी पुलिस को मिली थी. जीआरपी पुलिस ने इंटेलिजेंस एजेंसियों को सूचना दी. इसके बाद सभी सतर्क होकर रेलवे स्टेशन पहुंचे और उसे ट्रेन से उतारा गया. नाइजीरियन नागरिक के बिना वीजा के ट्रेन में सफर करने की जानकारी मिलने पर इंटेलिजेंस एजेंसियों और पुलिस में हड़कंप मच गया. उसके बाद जीआरपी के पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वर परिहार, सीआई मनोज सोनी, भीमगंजमंडी सीआई जितेंद्र शेखावत व इंटेलिजेंस एजेंसी के अधिकारी कोटा जंक्शन पहुंचे. जहां पर उसे ट्रेन से नीचे उतारा गया.
जीआरपी के सीआई मनोज सोनी का कहना है कि राजधानी एक्सप्रेस के B3 कोच में सवार नाइजीरियन नागरिक को ट्रेन में सफर करते हुए टीटी ने देखा. जब उसकी चेकिंग की तो उसके पास पासपोर्ट मिला, लेकिन वीजा नहीं था. ऐसे में टीटीई ने कमर्शियल कंट्रोल रूम को इस संबंध में सूचना दी और जिसके बाद हमें सूचना मिली थी. उसके बाद जीआरपी ने उसे इंटेलिजेंस एजेंसी को सौंप दिया. आगे की कार्रवाई उनकी पूछताछ के आधार पर होगी.
2017 से भारत में रह रहा नाइजीरियन : पकड़े गए नाइजीरिया नागरिक के पास मिले पासपोर्ट के आधार पर उसका नाम मंडे इनेक एगवुओबा है. प्रारंभिक तौर पर इस नाइजीरियन नागरिक ने बताया है कि वह 2017 से ही भारत में रह रहा है. साथ ही फ्रूट्स का बिजनेस करने के लिए बिजनेस वीजा पर भारत आया था. लेकिन इनकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई. साथ ही उसका यह भी कहना है कि उसका पासपोर्ट खो गया था. ऐसे में नाइजीरियन एंबेसी से साल 2021 में उसने दोबारा पासपोर्ट बनवाया है. उसने बताया कि वह मुंबई में ही रहता है.
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साथ ही कहा कि वह दिल्ली में किसी काम से आया था. कोविड-19 के दौरान उसे घाटा लग गया. ऐसे में उसके दोस्तों ने ही उसकी मदद की थी. हालांकि उसकी एक भी बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है. पकड़े गए नाइजीरियन नागरिक से खुफिया एजेंसियां अब जॉइंट इंटेरोगेशन भी करेगी. इंटेलिजेंस एजेंसियों को यह शक है कि नाइजीरियन नागरिक साइबर फ्रॉड या फिर ड्रग्स का अंतरराष्ट्रीय तस्कर हो सकता है.