ETV Bharat / bharat

लक्षद्वीप के घटनाक्रम पर 93 पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र - 93 पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

लक्षद्वीप के घटनाक्रम को लेकर 93 पूर्व नौकरशाहों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर चिंता व्यक्त की है. पत्र पर पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार के भी दस्तखत हैं.

पी के पटेल
पी के पटेल
author img

By

Published : Jun 6, 2021, 2:44 AM IST

नई दिल्ली : केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के घटनाक्रम को लेकर 93 पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को पत्र लिखकर चिंता व्यक्त की. पूर्व नौकरशाहों ने कहा कि 'विकास' के नाम पर वहां जो कुछ हो रहा है, वह 'परेशान करनेवाला घटनाक्रम' है.

उन्होंने प्रधानमंत्री से यहां एक ऐसा उचित विकास मॉडल सुनिश्चित करने की अपील की, जिसके लिए यहां रहनेवाले लोगों से विचार लिए जाएं और उस मॉडल में सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा और अच्छी शासन प्रणाली समेत अन्य चीजें शामिल हों.

पढ़ें- लक्षद्वीप प्रशासक से जुड़े विवाद ने बढ़ाई भाजपा की चिंता

पत्र में कहा गया है कि भारत के मानचित्र में लक्षद्वीप एक अलग स्थान रखता है और यह सांस्कृतिक विविधताओं से भरा है. इस पत्र में उन तीन नियामकों के मसौदे पर प्रकाश डाला गया है, जिस पर अभी विवाद चल रहा है.

पढ़ें- क्या है लक्षद्वीप के सियासी तूफान की वजह, जानें विशेषज्ञ की राय

इस मसौदे को दिसंबर, 2020 में लक्षद्वीप के प्रशासक का अतिरिक्त पदभार संभालने के बाद पी के पटेल ने पेश किया है. पटेल दादरा व नगर हवेली, दमन-दीव के भी प्रशासक हैं.

मेनन, सुजाता सिंह समेत कई के दस्तखत

इस पत्र की प्रति गृह मंत्री अमित शाह और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के साथ भी साझा की गई है. इस पत्र पर पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार, पूर्व विदेश सचिव सुजाता सिंह, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार टी के ए नायर समेत 93 लोगों के हस्ताक्षर हैं.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के घटनाक्रम को लेकर 93 पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को पत्र लिखकर चिंता व्यक्त की. पूर्व नौकरशाहों ने कहा कि 'विकास' के नाम पर वहां जो कुछ हो रहा है, वह 'परेशान करनेवाला घटनाक्रम' है.

उन्होंने प्रधानमंत्री से यहां एक ऐसा उचित विकास मॉडल सुनिश्चित करने की अपील की, जिसके लिए यहां रहनेवाले लोगों से विचार लिए जाएं और उस मॉडल में सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा और अच्छी शासन प्रणाली समेत अन्य चीजें शामिल हों.

पढ़ें- लक्षद्वीप प्रशासक से जुड़े विवाद ने बढ़ाई भाजपा की चिंता

पत्र में कहा गया है कि भारत के मानचित्र में लक्षद्वीप एक अलग स्थान रखता है और यह सांस्कृतिक विविधताओं से भरा है. इस पत्र में उन तीन नियामकों के मसौदे पर प्रकाश डाला गया है, जिस पर अभी विवाद चल रहा है.

पढ़ें- क्या है लक्षद्वीप के सियासी तूफान की वजह, जानें विशेषज्ञ की राय

इस मसौदे को दिसंबर, 2020 में लक्षद्वीप के प्रशासक का अतिरिक्त पदभार संभालने के बाद पी के पटेल ने पेश किया है. पटेल दादरा व नगर हवेली, दमन-दीव के भी प्रशासक हैं.

मेनन, सुजाता सिंह समेत कई के दस्तखत

इस पत्र की प्रति गृह मंत्री अमित शाह और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के साथ भी साझा की गई है. इस पत्र पर पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार, पूर्व विदेश सचिव सुजाता सिंह, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार टी के ए नायर समेत 93 लोगों के हस्ताक्षर हैं.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.