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मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस के 1200 से अधिक केस, सामने 76 लोगों की मौक

मध्य प्रदेश में 1,270 मामले ब्लैक फंगस के मरीज सामने आए हैं, जिनमें से 1,150 से अधिक मरीज अभी भी अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि ब्लैक फंगस से मरने वालों का आंकड़ा 76 हो गया है. और 102 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुकेव है.

ब्लैक फंगस
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Published : May 29, 2021, 2:13 AM IST

भोपाल : एक ओर समूचा देश कोरोना से लड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर ब्लैक, व्हाइट और क्रीम फंगस ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है. सबसे ज्यादा मरीज अभी ब्लैक फंगस के सामने आ रहे हैं. ताजा स्थिति में पूरे मध्य प्रदेश में 1,270 मामले ब्लैक फंगस के मरीज सामने आए हैं, जिनमें से 1,150 से अधिक मरीज अभी भी अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि ब्लैक फंगस से मरने वालों का आंकड़ा 76 हो गया है. और 102 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके है.

बेड और इंजेक्शन की कमी

ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कमी और अस्पतालों में बिस्तर के बीच ही मरीज जूझ रहा है. अगर बात करें प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ब्लैक फंगस के मरीज और इसके आंकड़ों की, तो आंकड़ों के तहत मरीज ज्यादा है और बिस्तर कम. म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों को अस्पतालों में अब बिस्तर नहीं मिल रहे हैं.

मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस के 1200 से अधिक केस

प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बिस्तर कम पड़ रहे हैं. इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 175 बेड पर 468 मरीज, तो भोपाल के हमीदिया अस्पताल के 90 बिस्तरों पर 306 ब्लैक फंगस के मरीज एडमिट हैं. प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेजों के 548 बिस्तरों पर 1270 म्यूकोर मरीज एडमिट हैं. इन्हें समय से एंटी फंगल दवाएं और इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं.

  • सरकारी मेडिकल कॉलेजों में भर्ती मरीज
मेडिकल कॉलेजबेडमरीज
एमजीएम इंदौर175 478
जीएमसी भोपाल90 306
एनएससीबी जबलपुर96 176
जीआरएमसी ग्वालियर42 76
एसएसएमसी रीवा60 29
बीएमसी सागर 30 24
जीएमसी दतिया 10 00
जीएमसी रतलाम 10 00
जीएमसी खंडवा 05 07
जीएमसी शहडोल 0100
जीएमसी शिवपुरी 05 01
सीआईएमएस छिंदवाड़ा 10 02
कुल 548 बिस्तर पर 1,270 मरीज

भोपाल : एक ओर समूचा देश कोरोना से लड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर ब्लैक, व्हाइट और क्रीम फंगस ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है. सबसे ज्यादा मरीज अभी ब्लैक फंगस के सामने आ रहे हैं. ताजा स्थिति में पूरे मध्य प्रदेश में 1,270 मामले ब्लैक फंगस के मरीज सामने आए हैं, जिनमें से 1,150 से अधिक मरीज अभी भी अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि ब्लैक फंगस से मरने वालों का आंकड़ा 76 हो गया है. और 102 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके है.

बेड और इंजेक्शन की कमी

ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कमी और अस्पतालों में बिस्तर के बीच ही मरीज जूझ रहा है. अगर बात करें प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ब्लैक फंगस के मरीज और इसके आंकड़ों की, तो आंकड़ों के तहत मरीज ज्यादा है और बिस्तर कम. म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों को अस्पतालों में अब बिस्तर नहीं मिल रहे हैं.

मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस के 1200 से अधिक केस

प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बिस्तर कम पड़ रहे हैं. इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 175 बेड पर 468 मरीज, तो भोपाल के हमीदिया अस्पताल के 90 बिस्तरों पर 306 ब्लैक फंगस के मरीज एडमिट हैं. प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेजों के 548 बिस्तरों पर 1270 म्यूकोर मरीज एडमिट हैं. इन्हें समय से एंटी फंगल दवाएं और इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं.

  • सरकारी मेडिकल कॉलेजों में भर्ती मरीज
मेडिकल कॉलेजबेडमरीज
एमजीएम इंदौर175 478
जीएमसी भोपाल90 306
एनएससीबी जबलपुर96 176
जीआरएमसी ग्वालियर42 76
एसएसएमसी रीवा60 29
बीएमसी सागर 30 24
जीएमसी दतिया 10 00
जीएमसी रतलाम 10 00
जीएमसी खंडवा 05 07
जीएमसी शहडोल 0100
जीएमसी शिवपुरी 05 01
सीआईएमएस छिंदवाड़ा 10 02
कुल 548 बिस्तर पर 1,270 मरीज
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