शाहजहांपुर : वैसे तो होली का त्यौहार पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन शाहजहांपुर में जूता मार होली मनाई जाती है. यहां कोतवाली थाना क्षेत्र में बड़े लाट साहब एवं रामचन्द्र मिशन थाना क्षेत्र में छोटे लाट साहब का जुलूस निकाला जाता है.
इस जुलूस में लाट साहब को एक भैंसा गाड़ी पर बैठा कर उस पर रंग डालकर झाड़ू एवं जूतों, चप्पलों की बौछार कर अंग्रेजों के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया जाता है. लाट साहब के निकलने वाले जुलूस को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इसी के चलते जिला प्रशासन ने 40 मस्जिदों को त्रिपाल से ढक दिया है, ताकि होली के दिन कोई अप्रिय घटना न घटे.
सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता इंतजाम
होली के दिन लाट साहब के जुलूस के दौरान पुलिस-प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने में जुटा है. पुलिस एवं प्रशासन द्वारा दोनों जुलूस के रूट का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
जिलाधिकारी ने महानगर में जुलूस से पहले ही रास्ते में पड़ने वाली लगभग 40 छोटी-बड़ी मस्जिदों को पालीपैक से कवर्ड करने एवं बैरिकेडिंग करने के दिशा निर्देश जारी किए हैं. जिस पर अमल कर दिया गया है.
सांप्रदायिक सौहार्द के लिए उठाया कदम
बता दें कि शाहजहांपुर में लाट साहब का जुलूस बेहद ही अनोखे ढंग निकाला जाता है और जूता मार होली खेली जाती है. यहां लाट साहब को भैंसा गाड़ी पर बैठाकर पूरे शहर में घुमाया जाता है.
लाट साहब को भैंसा गाड़ी पर बैठा कर हेलमेट पहनाने के बाद जूते और चप्पलों से पिटाई की जाती है. रंग से सराबोर करते हुरियारे चीखते चिल्लाते हुए लाट साहब पर चप्पलों एवं जूतों की बौछार करते हैं.
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पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि होली के दिन कोई हुड़दंगी मस्जिद पर रंग न डाल दे, इसलिए यह आवश्यक कदम उठाया गया है.