पुणे : कोविड-19 महामारी के दौरान शिक्षा को बढ़ावा देने में योगदान देने वाले विभिन्न राज्यों के 22 शिक्षकों का डॉ. कलाम मेमोरियल टीचर्स पुरस्कार के लिए चयन किया गया है. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सेंटर और डॉ. विखे पटेल फाउंडेशन ने यह जानकारी दी.
पूर्व राष्ट्रपति एवं जानेमाने वैज्ञानिक, दिवंगत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की 90वीं जयंती की पूर्व संध्या पर यह घोषणा की गई. कलाम का जुलाई 2015 में निधन हो गया था.
आयोजकों की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि समीक्षा और साक्षात्कारों समेत एक कठिन प्रक्रिया के जरिए 22 विजेताओं का चयन उनके नवोन्मेष, समावेशिता और वैश्विक महामारी के समय में शिक्षा को बढ़ावा देने के आधार पर किया गया. विजेताओं में राज कुमार पाल (दिल्ली), आर. लालथंगमाविया (मिजोरम), संजय सचदेव (गुजरात) और अलेयम्मा जॉर्ज (केरल) शामिल हैं.
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विजेताओं के चयन के लिए चार श्रेणियां थीं- प्राथमिक, माध्यमिक, सरकारी और निजी स्कूल. इस पुरस्कार के लिए 200 आवेदन आए थे जिनमें से विजेताओं का चुनाव विशेषज्ञों की समिति ने किया.
डॉ. विखे पाटिल फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. अशोक विखे पाटिल ने कहा, 'कलाम मेमोरियल टीचर्स पुरस्कार का पहला संस्करण उन असाधारण शिक्षकों का सम्मान करने का प्रयास है जिन्होंने शिक्षण के बारे में डॉ. कलाम के विचारों को आत्मसात किया.'
(पीटीआई-भाषा)