नई दिल्ली: कोयला खदानों की इस महीने होने वाली नीलामी के छठे चरण में ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में 132 कोयला खदानों की नीलामी की जाएगी. एमएसटीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) सुरिंदर कुमार गुप्ता ने यह जानकारी दी. एमएसटीसी, इस्पात मंत्रालय के तहत विभिन्न सामग्रियों और खनिजों तथा खदानों की ई-नीलामी करता है.
गुप्ता ने बातचीत में कहा कि यह कोयला खदानों की नीलामी का छठा चरण होगा. छठें चरण के तहत कोयले की 132 और लिग्नाइट की नौ खदानों समेत कुल 141 खदानों की नीलामी की जाएगी. उन्होंने साफ किया कि एमएसटीसी केवल कोयला खदानों की सूची और कोयला मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई संबंधित अधिसूचनाओं के अनुसार ही नीलामी आयोजित करती है. इसके साथ ही उन्होंने बोलीदाताओं को बोली से संबंधित सभी अधिसूचनाओं को पढ़ने का सुझाव भी दिया.
गुप्ता ने कहा, 'एमएसटीसी कोयला मंत्रालय की किसी भी नीति-निर्माण प्रक्रिया में शामिल नहीं है. राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के 27 फरवरी 2020 के आदेश को नीलामी पोर्टल पर डाल दिया गया है. सभी बोलीदाताओं को एनजीटी के आदेश सहित पोर्टल पर अपलोड की गई सभी अधिसूचनाओं की जांच करने का सुझाव दिया जाता है.'
गुप्ता ने कहा कि छठे चरण की नीलामी में 133 कोयला खदानें हैं. पांचवें चरण में बिक नहीं पाईं आठ खदानों को भी छठे चरण की नीलामी में शामिल किया गया है. इस चरण में नीलाम की जाने वाली खदानें ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में मौजूद हैं. इस चरण में नीलामी की जाने वाली कुल 141 खदानों में से 68 आंशिक रूप से उत्खनित हैं जबकि बाकी खदानें उत्खनित हैं.
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पांचवें चरण में कुल 109 खदानों की नीलामी की गई थी, जिनमें से केवल आठ ही बिक पाई थीं. केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पिछले महीने कहा था कि नीलामी के चौथे दौर में जिन 99 कोयला खदानों को शामिल किया गया था, उनमें से सिर्फ आठ ब्लॉकों की ही सफलतापूर्वक नीलामी हुई है.
(पीटीआई-भाषा)