माउंट एवरेस्ट बेस कैंप फतह करने के बाद धमतरी की धाकड़ बेटियां पहुंची शहर, हुआ जोरदार स्वागत
छत्तीसगढ़ के धमतरी की रहने वाली दिव्यांग चंचल और रजनी जोशी के बुलंद हौसले के आगे ऊंचे पहाड़ के उबड़ खाबड़ रास्ते फीके पड़ गए. मजबूत इरादा लेकर एवरेस्ट को फतह करने निकली चंचल ने आखिरकार माउंट एवरेस्ट बेस कैम्प में पहुंचकर यह साबित कर दिया कि, दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो कोई भी मुश्किल किसी को रोक नहीं सकती. जब धमतरी की यह दिव्यांग बेटियां माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर तिरंगा फहराकर धमतरी लौटी तो उनका लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया. इस टीम में शामिल सबसे कम उम्र यानी 14 साल की चंचल सोनी ने बैसाखी और बुलंद हौसलों के दम पर बेस कैंप फतह किया. लोगों ने धमतरी की बेटियों के साहस को सलाम किया.