2 बड़ी दुकानों के मालिक ने 15 लोगों का पेट पालने के लिए कार को फलों का 'ठेला' बना दिया
कोरोना संकट के बीच अच्छे-अच्छे लोगों की हालत खराब हो गई है. कुछ लोग इस संक्रमण से जूझ रहे हैं तो कुछ लोग रोटी के लिए मेहनत कर दो पैसे कमाने की जद्दोजहद कर रहे हैं. कोरोना ने लोगों के लिए एक तरफ कुआं तो दूसरी तरफ खाई वाली स्थिति पैदा कर दी है. मतलब अगर काम नहीं करेंगे तो भूखे मर जाएंगे और अगर सड़क पर निकलेंगे तो कोरोना से मर जाएंगे. यही वजह है कि अब कुछ लोगों ने मजबूरी में पेट पालने के लिए घर से निकल रहे है. खासकर वे लोग जो रोज कमाने खाने वाले हैं. कोरोना ने अच्छे खासे व्यापारियों को भी सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया है. ऐसे व्यापारी जिनकी दो-दो चार-चार दुकानें हैं, जिसके यहां 6 से 7 कर्मचारी काम करते हैं. आज वे खुद सड़क पर काम करने को मजबूर हैं.