छत्तीसगढ़ी परंपरा को बचाने के लिए दूल्हे ने बैलगाड़ी में निकाली बारात - भेंडरी गांव
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गरियाबंद : शादियों में जहां लोग अपनी जीवनभर की पूंजी खत्म कर देते हैं वहीं एक दूल्हा ऐसा भी है जिसने कम खर्च में अपनी परंपरा को बचाते हुए शादी की. जिले के टीकम साहू ने अपनी संस्कृति को बचाते हुए महंगी गाड़ियों में खर्च नहीं करते हुए बैलागाड़ी से बारात निकालने का फैसला लिया. टीकम बारातियों के साथ 6 से 7 बैलागाड़ियों में सवार होकर लड़की वालों के घर पहुंचा. भेंडरी गांव से 10 किलोमीटर का सफर तय कर बारात सहासपुर पहुंची. इस बारात का रास्ते भर लोगों ने स्वागत किया. गांव के ही नेता भी दूल्हे के साथ बैलागाड़ी में सवार होकर बारात में शामिल हुए.
Last Updated : Jul 14, 2021, 6:28 PM IST