गरियाबंद: राजिम माघी पुन्नी मेला में छत्तीसगढ़ी लोक खेल ने ऐसा जादू किया है कि बच्चे से लेकर बड़े तक छत्तीसगढ़ी खेल में हाथ अजमाने से नहीं चुकें. गरियाबंद कलेक्टर श्याम धावड़े, कलेक्टर दीपक वर्मा ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर, एसडीएम जी.डी. वाहिले और जिले के अन्य आला अधिकारियों ने भी राजिम पुन्नी मेला में छत्तीसगढ़ी खेल में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसे देखकर लोगों में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ी.
सभी आला अधिकारियों ने गेड़ी चढ़कर सभी लोगों को अचंभित कर दिया. अधिकारियों के इस छत्तीसगढ़ी विलुप्त खेलों के प्रति सम्मान और रूचि को देखकर दर्शकों की भी खासी भीड़ उमड़ी.
गिल्ली डंडे का प्रदर्शन
गरियाबंद जिले के कलेक्टर धावड़े और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने गिल्ली और भौंरा खेल कर लोगों का उत्साह बढ़ाया. हाथ में भौंरा को लेकर खूब देर तक नचाया तो वहां मौजूद लोग उनकी हाथ की ओर एकटक देखते रह गए. इसके साथ ही अधिकारियों ने गिल्ली डंडा में भी हाथ आजमाया.
बच्चों को किया जा रहा जागरुक
छत्तीसगढ़ लोक खेल एसोसिएशन से 30 लोगों की टीम खेल के संबंध में लोगों और बच्चों को जानकारी दे रही है. लोक खेल में अठारह गोंटिया, पच्चीस गोंटिया, तिग्गा, गेड़ी, गोंटा, भौंरा, बिल्लस, फल्ली, लंगड़ी आदि सीखया जा रहा है. वहीं पूर्व माध्यमिक शाला दमौवापारा के 60 बच्चों ने लोक खेल को जाना.
20 फरवरी तक बच्चों को दी जाएगी खेल की जानकारी
बता दें कि पुन्नी मेला में 20 फरवरी तक लगातार अलग-अलग स्कूल के बच्चों को लुप्त हो रहे लोक खेल के संबंध में बताया जाएगा. सुरपिट्टूल, पुधौवपुक, संखली, फुगड़ी, तुवेलंगरची को स्कूलों में होने वाले टूर्नामेंट में छत्तीसगढ़ शासन ने शामिल किया है.