सूरजपुर: ओड़गी ब्लॉक में पेंडारी के ग्रामीणों ने वनकर्मी पर गंभीर आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि वन भूमि पट्टा देने के लिए वनकर्मी उनसे 15 हजार की मांग कर रहा है. बड़ी संख्या में ग्रामीण कलेक्टर से मिलने जिला मुख्यालय पहुंचे. भाजपा नेता सत्यनारायण सिंह और राजेश्वर तिवारी की अगुवाई में ग्रामीणों ने कलेक्टर से शिकायत की.
ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि पेंडारी पंचायत के पी 576 में ऐसे लोगों को वन भूमि का पट्टा दिया जा रहा जो कभी जंगल मे काबिज ही नहीं थे. ग्रामीणों का आरोप है कि पदस्थ वनकर्मी ने जंगल की भूमि का पट्टा देने के लिए 15 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर निर्धारित की है. अब उनके पास पट्टा देने के लिए इतने पैसे नहीं है. इसके चलते उन्हें पट्टा नहीं दिया जा रहा है.
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ग्रामीणों ने बताया है कि इस जगह पर 100 से अधिक लोग हैं, जो करीब 50 वर्षों से जंगल की भूमि पर काबिज हैं. 2012 में जब यह नियम लागू हुआ था तब उन्होंने इस भूमि के मालिकाना हक के लिए फार्म भरा था, लेकिन अब वे अपात्र की श्रेणी में हैं. जिससे वे भूमिहीन हो गए हैं. ग्रामीणों ने इसकी सूची भी दी है जिसमें आदिवासी और पंडो जनजाति के लोग हैं जिन्हें अपात्र किया गया है. ग्रामीणों ने इसकी निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है.
मजूदरी का भुगतान नहीं मिलने का भी लगाया आरोप
पेंडारी के ग्रामीणों ने एक अलग ज्ञापन देकर मजदूरी नहीं मिलने की बात कही है. ग्रामीणों ने कहा है कि वनभूमि के पी 576 में गौठान के पास बांस ठूठ खुदाई का कार्य किया है. जिसमें करीब 19 लोग शामिल हैं. उन्हें आज तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है. इसके अलावा ग्रामीणों ने वनकर्मी पर यह भी आरोप लगाया है कि जिन लोगों ने काम नहीं किया है, उन्हें मजदूरी का भुगतान दिया गया है.