प्रतापपुर/सूरजपुर: प्रतापपुर में सहायक ग्रेड 2 पर पदस्थ एक शिक्षक को अफवाह फैलाना महंगा पड़ गया. शिक्षक बोधन राम एक्का ने काम से बचने के लिए बीमारी का बहाना बनाते हुए बाकी शिक्षकों को खुद से दूर रहने कहा. इससे स्कूल में डर का माहौल निर्मित हो गया. मामले की सूचना मिलते ही बीईओ के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामले जांच की, जिसके बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया.
बोधनराम एक्का प्रतापपुर विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सरहरी में सहायक ग्रेड 2 के पद पर पदस्थ है, कुछ दिनों पहले शिक्षकों ने उन्हें पे-डाटा बनाने स्कूल में बुलाया था. स्कूल आते ही उन्होंने बाकी शिक्षकों से कहा कि उनके घर पर केरल से कुछ मेहमान आए हुए हैं, जिन्हें सर्दी और बुखार की शिकायत है. उन्हें और उनके पूरे परिवार को भी सर्दी-बुखार है. सभी उनसे दूर रहे. उनकी बात सुनकर सभी शिक्षक स्कूल से भाग निकले. स्कूल की प्रिंसिपल निशा तिवारी ने मामले की सूचना बीईओ जनार्दन सिंह को दी, जिसके बाद बीईओ ने इसकी सूचना शिक्षा अधिकारी को दी.
शिक्षक को किया निलंबित
शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर बीईओ ने बीएमओ डॉक्टर राजेश श्रेष्ठ को जानकारी देते हुए जांच की बात कही. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उक्त बोधनराम के घर जाकर जांच की तो ऐसी कोई बात नहीं मिली, बीईओ ने भी अपनी जांच में बोधनराम और अन्य शिक्षकों का बयान लिया, जिसमें यह बात सामने आई कि बोधनराम ने काम न करने के डर से झूठी अफवाह फैलाई थी. पूरी जांच के बाद बीईओ ने प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को भेज दिया था, जहां से कोरोना को लेकर अफवाह फैलाने का दोषी पाते बोधनराम को निलंबित कर दिया गया है.