रायपुर: जनता से संवाद के लिए मुख्यमंत्री जनदर्शन की शुरुआत हुई. यह आयोजन हर गुरुवार को होता रहा. पर पिछले 1 साल की बात की जाए तो कुछ गुरुवार को ही यह सीएम जनदर्शन कार्यक्रम हुआ. उसके अलावा बाकी गुरुवार को इसे स्थगित कर दिया गया. अब कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार जनता का सामना करने का साहस नहीं जुटा पा रही. इसलिए जनदर्शन को घोषित रूप से बंद कर दिया गया है.
जनदर्शन बंद होने पर सवाल: कांग्रेस के तंज पर भाजपा का कहना है कि जनदर्शन जल्द शुरू होगा, यदि किसी कांग्रेसी नेता को जनहित के मुद्दे पर कोई समस्या हो तो बताएं, हम उसे दूर करेंगे. छत्तीसगढ़ की पॉलिटिक्स पर नजर रखने वाले जानकार बताते हैं कि जनदर्शन जनप्रतिनिधियों और जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित करता है. इससे जहां समस्याओं का समाधान होता है, वहीं सरकार को उनकी योजनाओं की जमीन हकीकत का भी पता चलता है.
कांग्रेस पूछ रही सरकार से सवाल: कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला कहना है कि 16 जनवरी गुरुवार को आयोजित रायपुर के दो कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल हुए लेकिन सीएम का जनदर्शन नहीं हुआ. जनदर्शन में आने वाले आवेदन को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाता था. कुछ लोगों को समझ में आ गया था की जनदर्शन में जाने का कोई मतलब नहीं है.
जो लोग वहां जाते थे उनका काम नहीं होता था. इसलिए अघोषित रूप से जनदर्शन को बंद कर दिया गया है. सरकार में जनता का सामना करने का साहस नहीं है. तीन चार गुरुवार के बाद जनदर्शन बंद हो गया है. इन चार पांच गुरुवारों में भी एक गुरुवार को जनदर्शन होता था. अब इस जनदर्शन के कार्यक्रम को अघोषित रूप से बंद कर दिया गया है - सुशील आंनद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष, मीडिया विभाग, कांग्रेस
''जनता में है गुस्सा'': कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के खिलाफ जनता में काफी आक्रोश है. यह आक्रोश मुख्यमंत्री तक भी पहुंच रहा था. जिसे मुख्यमंत्री देख नहीं पा रहे थे. सुशासन सिर्फ नाम का रह गया है. लोगों को छोटे छोटे काम के लिए तहसील से लेकर सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. भाजपा के मंत्री अपने कार्यालय में भी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए दिन और समय तय किया था, लेकिन भाजपा ने उसे भी बंद कर दिया.
बीजेपी का पलटवार: भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव का कहना है कि जनदर्शन को स्थगित नहीं किया गया है, इसे आगे बढ़ाया गया है. बीजेपी का कहना है कि लगातार चुनाव चल रहे हैं. आचार संहिता और चुनाव डिक्लेयर होने के पहले प्रतिदिन प्रत्येक जिलों में मुख्यमंत्री सौगात लेकर आम जनता के बीच जा रहे हैं, सबसे मिल रहे हैं, उनकी समस्याएं सुन रहे हैं.
कांग्रेस का काम है विरोध करना इसलिए वो विरोध कर रही है. जनदर्शन जल्द शुरू होगा. जनता के सारे काम हो रहे हैं. कांग्रेस के किसी नेता के जनहित के काम में कोई समस्या आ रही है तो वह हमसे संपर्क करें, हम उसका निराकरण करेंगे - संजय श्रीवास्तव, प्रदेश महामंत्री, भाजपा
क्या कहते हैं राजनीति के जानकार: वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि जनदर्शन जैसे कार्यक्रम में लोग राशन कार्ड बनाने तक की शिकायत लेकर पहुंचे. ऐसी समस्याओं का समाधान निचले स्तर पर ही हो जाना था. 80 फ़ीसदी ऐसी समस्याएं लेकर लोग सीएम हाउस जनदर्शन आते थे. जिस तरह से लगातार जनदर्शन कैंसिल हो रहा है वह जनता के बीच अच्छा संदेश नहीं दे रहा है. लग रहा है कि मीडिया और जनता से मुख्यमंत्री को सीधे रूबरू होने से दूर किया जा रहा है. पत्रकार उचित शर्मा ने कहा कि कोई भी जन प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री या कैबिनेट मंत्री हो जितना जनता से संवाद करेंगे सारी चीजें खुलकर सामने आएंगी. योजनाओं की हकीकत और सुधार की गुंजाइश दोनों का पता चलेगा.