सूरजपुर: विश्रामपुर के सरकारी अस्पताल में दो महीने के एक नवजात की मौत का मामला सामने आया है. परिजनों ने इस केस में अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी से बच्चे की मौत हुई है. बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. उसके बाद परिजनों ने उसे विश्रामपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. यहां से बच्चे को जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी का लगाया आरोप: नवजात के परिजनों ने अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि विश्रामपुर स्वास्थ्य केंद्र में जब परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से ऑक्सीजन सिलेंडर मांगा, तो नर्स ने उन्हें सिलेंडर देने से मना कर दिया.
क्या है पूरा मामला? : करवा निवासी प्रेमलाला राजवाड़े के बच्चे की तबियत तीन चार दिनों से खराब थी. मंगलवार की सुबह से बच्चे की तबीयत ज्यादा खबर हो गई थी. जिसके बाद बच्चे को विश्रामपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. वहां डॉक्टरों ने बच्चे को जिला अस्पताल सूरजपुर में शिफ्ट करने को कहा. यह बात भी सामने आ रही है कि जब परिजनों ने डॉक्टर से ऑक्सीजन सिलेंडर मांगा, तो अस्पताल स्टाफ द्वारा सिलेंडर उपलब्ध नहीं कराया गया. बताया जा रहा है कि इस वजह से बच्चे की मौत हो गई.
"इस संबंध में परिजनों से बात किया गया है. फिलहाल उस डॉक्टर को वहां से हटा रहे हैं. इस पर तीन दिन के भीतर कार्रवाई कर प्रशासन स्तर पर भेज देंगे." - रवि सिंह, एसडीएम, सूरजपुर
दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग: परिजन बच्चे के शव को अस्पताल में रखकर लापरवाह अस्पताल कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम रवि सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. एसडीएम के समझाने पर मामला शांत हुआ और परिजन बच्चे का शव लेकर घर गए.