सूरजपुर : जिले के कई इलाकों में सड़कों की स्थिति जर्जर होना आम बात है. स्थानीय लोग सरकार और जिला प्रशासन को कोसते हुए जर्जर रोड पर आना-जाना करते हैं. लेकिन सूरजपुर जिले के एक SECL अधिकारी किसी नेता या प्रशासन को खरी खोटी सुनाने बिना खुद ही वो काम कर रहे हैं.जिसे शायद ही कोई दूसरा करने की सोचे. अफसर होने के बाद भी ये अपने हाथों में मरम्मत का सामान लेकर उस जगह पहुंच जाते हैं जहां पर सड़क टूटी है. और फिर देखते ही देखते उस टूटी सड़क की मरम्मत करते उसे दुरुस्त कर देते हैं.ताकि किसी भी तरह का कोई हादसा ना हो. SECL officer became an example for humanity
कोल माइंस में मैनेजर हैं बी खलको : सड़क मरम्मत का काम करने वाले ये शख्स रेहर कोयला खदान के मैनेजर बी खलको (Rehar coal mine manager B Khalko) हैं.जो सूरजपुर के विश्रामपुर इलाके के कुंदा कॉलोनी में रहते हैं. बी खलको जिस रास्ते से अपने ऑफिस जाते थे. उस रास्ते की स्थिति काफी जर्जर थी. लगातार स्थानीय लोगों की शिकायत के बावजूद उस सड़क की मरम्मत नहीं हो सकी थी. जिसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही थी. जिसको देखते हुए बी खलखो ने खुद ही सड़क की मरम्मत का निर्णय लिया. पिछले 1 महीने से वह प्रतिदिन अपने ऑफिस से आने के बाद निजी वाहन में मरम्मत की सामग्री लेकर जर्जर सड़क पर पहुंचकर उसे दुरुस्त करने का काम करते हैं.
मेहनत का मिला फल : पहले जिस सड़क पर गाड़ियां रेंगती थी अब वो सरपट दौड़ती है. बी खलको के इस पहल की सभी तरफ तारीफ हो रही है.उस इलाके के स्थानीय लोग यह मानते हैं कि उनकी वजह से सभी लोगों को अच्छे सड़क की सुविधा मिल पा रही हैं. उन्हें इलाके में एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है. पुरानी कहावत है जहां चाह है वहीं राह है. इस कहावत को बी खलको ने सच कर दिखाया है . इन्होंने यह साबित कर दिया है कि किसी भी समस्या को लेकर सरकार या प्रशासन को कोसने की बजाय हम खुद उस काम को सुधारने में लग जाए तो चीजें आसान हो जाती हैं.surajpur latest news