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भवन एक, दावेदार दो, जरूरत किसी को नहीं
जरही नगर पंचायत क्षेत्र में चार साल पहले 45 लाख रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के नाम से एक भवन बनाया गया था. एक साल पहले बीजेपी सरकार में मंत्री रहे रामसेवक पैकरा ने इसे पशु चिकित्सालय बताकर इसका लोकार्पण भी कर दिया. लेकिन इस भवन में न तो कोई पशु चिकित्सक पहुंचे और न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बना.
kasdol nagar panchayat
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Published : Oct 19, 2019, 11:20 PM IST
| Updated : Oct 20, 2019, 12:36 PM IST
सुरजपुर: जरही नगर पंचायत क्षेत्र में चार साल पहले 45 लाख रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के नाम से एक भवन बनाया गया था. एक साल पहले बीजेपी सरकार में मंत्री रहे रामसेवक पैकरा ने इसे पशु चिकित्सालय बताकर इसका लोकार्पण भी कर दिया. लेकिन इस भवन में न तो कोई पशु चिकित्सक पहुंचे और न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बना.
भवन तो है, लेकिन किसका ?, न शासन को पता है न प्रशासन भवन की हालत देख कर प्रशासन की उदासीनता का अंदाजा लगाया जा सकता है. यहां आज तक न ही कोई चिकित्सक पहुंचे है न ही इस भवन में लगा ताला खोला गया है. पहले बताया गया था कि इस भवन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन बाद में पशु धन विकास विभाग ने कहा कि जिले में पशु अस्पताल की भारी कमी है. इसलिए इस भवन में पशु चिकित्सा केंद्र खोला जाएगा. इसके लिए पशु चिकित्सा विभाग ने प्रशासन से भवन भी अपने लिए अलॉट करा लिया. अब पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यहां 79 चिकित्सकों के पदों पर केवल 37 चिकित्सक ही कार्यरत हैं. ऐसे में इस भवन के लिए कोई डॉक्टर न होने के कारण अभी यहां पशु चिकित्सालय शुरू नहीं किया गया है.
मामले में पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक का कहना है कि जरही नगर पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन को विभाग की ओर अपने अधीन कर लिया गया है, जिस पर शासन स्तर पर प्रयास किया जा रहा है और यहां जल्द ही पशु चिकित्सक की नियुक्ति कर अस्पताल शुरू कर दिया जाएगा.
सुरजपुर: जरही नगर पंचायत क्षेत्र में चार साल पहले 45 लाख रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के नाम से एक भवन बनाया गया था. एक साल पहले बीजेपी सरकार में मंत्री रहे रामसेवक पैकरा ने इसे पशु चिकित्सालय बताकर इसका लोकार्पण भी कर दिया. लेकिन इस भवन में न तो कोई पशु चिकित्सक पहुंचे और न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बना.
भवन तो है, लेकिन किसका ?, न शासन को पता है न प्रशासन भवन की हालत देख कर प्रशासन की उदासीनता का अंदाजा लगाया जा सकता है. यहां आज तक न ही कोई चिकित्सक पहुंचे है न ही इस भवन में लगा ताला खोला गया है. पहले बताया गया था कि इस भवन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन बाद में पशु धन विकास विभाग ने कहा कि जिले में पशु अस्पताल की भारी कमी है. इसलिए इस भवन में पशु चिकित्सा केंद्र खोला जाएगा. इसके लिए पशु चिकित्सा विभाग ने प्रशासन से भवन भी अपने लिए अलॉट करा लिया. अब पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यहां 79 चिकित्सकों के पदों पर केवल 37 चिकित्सक ही कार्यरत हैं. ऐसे में इस भवन के लिए कोई डॉक्टर न होने के कारण अभी यहां पशु चिकित्सालय शुरू नहीं किया गया है.
मामले में पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक का कहना है कि जरही नगर पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन को विभाग की ओर अपने अधीन कर लिया गया है, जिस पर शासन स्तर पर प्रयास किया जा रहा है और यहां जल्द ही पशु चिकित्सक की नियुक्ति कर अस्पताल शुरू कर दिया जाएगा.
Intro:एंकर- जिले के नगर पंचायत जरही मे इंसानो के लिए 45 लाख कि लागत से बना इंसानो का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एक साल पहले पशुओ के लिए उद्घाटन कर दिया गया,,, अब यह भवन मे न ही इंसानो के डाक्टर मौजुद है और ना ही पशुओ के ,,,,Body:जरही नगर पंचायत क्षेत्र जहां स्वास्थ्य सुविधाओ का अभाव है और एक भी अस्पताल नही है,,,वही चार साल पहले 45 लाख रुपए कि लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के नाम से एक भवन तैयार किया गया,,,जहां अस्पताल तो नही खुला और ना ही उसमे लगा ताला,,,लेकिन एक साल पहले भाजपा शासन के पुर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने इसी भवन को पशु अस्पताल के लिए उद्घाटन कर दिया,,,लेकिन प्रशासन कि उदासीनता का आलम ये है कि आज तक कोई पशु चिकित्सक भी नही पहुंचे और भवन मे ताला अब भी जङा हुआ है,,जहां क्षेत्र के लगभग तीस ग्राम पंचायत के पशु मालिको को पशुओ के चिकित्सा सुविधा के लिए भटकना पङता है,,,जिले के शासकिय विभागो का भी आलम बुरा है,,,जहां जिले के पशु धन विकास विभाग मे पशु चिकित्सको का भारी अभाव है ,,,जहां 79 चिकित्सको के पदो पर केवल 37 ही कार्यरत है ,,,ऐसे मे विभाग के उप संचालक का कहना है कि जरही नगर पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन को विभाग द्वारा ले लिया गया है,,,जिस पर शासन स्तर पर प्रयास किया जा रहा है जल्द ही पशु चिकित्सक कि नियुक्ति के बाद अस्पताल शुरु कर दिया जाएगा,,,,Conclusion:बहरहाल नगर पंचायत जरही का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन पुरे क्षेत्र के लिए जिला प्रशासन के द्वारा दिया गया ऐसा तौहफा है जहां पशु मालिक और नगरवासी अपने अपने इलाज के लिए पहुंचते तो है,,,पर पता नही होता किसका इलाज होना है और कौन करेगा,,,
बाईट - चंचल सिंह,,,स्थानिय जरही
बाईट - राजू ,,, स्थानीय जरही
बाईट - डा नरेन्द्र सिंह,,,उप संचालक ,,पशु चिकित्सा सेवाए सूरजपुर
Last Updated : Oct 20, 2019, 12:36 PM IST