सूरजपुर: युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं की हालत में महिलाएं और बच्चे ही सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. दुनिया भर में महामारी का रूप लेने वाला कोरोनावायरस भी इसका अपवाद नहीं है. लॉकडाउन के चलते सूरजपुर जिले की शक्ति महिला समूह की महिलाओं के लिए ये महामारी आर्थिक संकट का सबब बना हुआ है.
कोरोना के चलते 17 मार्च से यहां बोटिंग, रेस्टोरेंट समेत तमाम गतिविधियां बंद कर दी गई. जिससे समूह की महिलाओं के सामने आर्थिक संकट की स्थिति निर्मित हो गई है. महिलाओं ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कोरोनाकाल में जब सभी तरह के व्यवसाय की शुरुआत हो गई है. ऐसे में होटल रेस्टोरेंट्स समेत अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी खुल गए हैं, तो बोटिंग को भी शुरू किया जाए, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके.
बाहरहाल अब देखने वाली बात होगी कब तक यहां फ्लोटिंग रेस्टोरेंट और बोटिंग की गतिविधियां शुरू हो पाती है. कब तक इन महिलाओं की आर्थिक स्थिति ठीक हो पाती है, यह तो देखने वाली बात होगी.