सूरजपुर: जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में 0 से 6 साल तक के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. इस परीक्षण में पिछले 6 महीने में कई बच्चे कुपोषित पाए गए हैं.
चिरायु योजना के तहत जिले के स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों में हजारों बच्चों को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है. हर साल 2 बार चिरायु की टीम आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूलों में जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करती है.
1 लाख बच्चों का हो चुका है स्वास्थ्य जांच
बता दें चिरायु दल में साल 2014 से अब तक करीब 1 लाख बच्चों के स्वास्थ्य की जांच हो चुकी है, इस दौरान 0 से 18 साल तक की आयु वाले 1 हजार से अधिक बच्चों की जांच कर इलाज किया जा रहा है.
सभी के लिए वरदान साबित हो रही है चिरायु योजना
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में चिरायु की कई टीमें काम कर रही हैं. हर ब्लॉक में एक टीम स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करती है. वहीं शहरी क्षेत्र में एक टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है. हर साल 3 जिले के 2 हजार 308 सरकारी स्कूलों और 2 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी में स्वास्थ्य जांच के लिए दो बार चिरायु की टीम पहुंचती है. पिछले 5 सालों में हृदय की बीमारी से ग्रसित कई बच्चों को चिन्हांकित किया गया है और उनमें से कई का सफल ऑपरेशन भी हुआ है जो कि अब स्वस्थ हैं. वहीं चिरायु योजना सभी के लिए वरदान साबित हो रही है.