सूरजपुर: गांव से लेकर शहरी इलाकों के विकास में सबसे अहम भूमिका सड़क की होती है, लेकिन अगर इलाके में अच्छा मार्ग ही न हो तो विकास की रफ्तार धीमी हो जाती है. कुछ ऐसी ही कहानी बयां कर रहा है सूरजपुर की ये सड़क, जहां रोड की हालत खस्ताहाल हो चुकी है. भले ही छत्तीसगढ़ सरकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के क्रियान्वयन को लेकर वाहवाही बटोर रही हो, लेकिन जमीनी स्तर पर वास्तविकता कुछ और ही है.
दरअसल सूरजपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में सुगम यातायात के लिए बनी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का उपयोग अब भारी मालवाहक कर रहे है, जिसकी वजह से सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है. जिले के कल्याणपुर आखोर मार्ग पर बनी रोड में PMGSY सड़क में रोजाना भारी मालवाहक और ओवरलोड वाहन बेधड़क गुजर रहे हैं, जिसके कारण सड़क की क्षमता जवाब दे रही है. इस सड़क का निर्माण गांव को शहर सहित मुख्यालय से सीधा जोड़ने और सुगम यातायात के लिए किया गया था, लेकिन भारी मालवाहक इसका उपयोग यातायात पुलिस की जांच और कार्रवाई से बचने के लिए कर रहे हैं.
ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से ग्रामीणों को नहीं मिल रहा योजना का लाभ
जिले के कल्याणपुर में सरकार ने PMGSY योजना के जरिए ग्रामीणों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सड़क निर्माण कराया था, लेकिन अब यह योजना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. कल्याणपुर में करोड़ों की लागत से बनी सड़क की जर्जर हालत अब लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गई है. PMGSY विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
ओवरलोड वाहनों की वजह से सड़क की हालत जर्जर
सड़क पर चलने वाले ओवरलोड वाहनों की वजह से सड़क की हालत बहुत खराब हो गई है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कल्याणपुर में करीब 8 साल पहले सड़क का निर्माण किया गया था, लेकिन इस रास्ते से निकलने वाले ओवरलोड गिट्टी के वाहनों ने सड़क को तहस-नहस कर दिया है. वहीं बड़ी गाड़ियों के चलने से आए दिन दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है. भारी वाहनों के आवागमन से उड़ती धूल ने लोगों का जीना बेहाल कर दिया है.
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ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत वे कई बार कर चुके हैं, लेकिन मरम्मत का काम अब तक नहीं हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके बार-बार शिकायत के बाद भी संबंधित विभाग सड़क की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही सड़क को ठीक नहीं कराया जाएगा तो इसके विरोध में वे कड़ा कदम उठाने को मजबूर हो जाएंगे. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने जिला प्रशासन से लेकर विधायक को मामले की मौखिक और लिखित शिकायत की है, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
संसदीय सचिव पारसनाथ रजवाड़े ने दिया आश्वासन
इस मुद्दे को लेकर जब ETV भारत की टीम ने क्षेत्रीय विधायक और संसदीय सचिव पारसनाथ रजवाड़े से जानकारी ली तो उनका कहना था कि 3 जिलों को जोड़ने वाली यह सड़क भटगांव विधानसभा क्षेत्र में आती है. जहां लगभग 2 किलोमीटर का एरिया है, जिसकी क्षमता 10 टन की गाड़ियों का है, लेकिन वहां भारी वाहनों का आवागमन हो रहा है, जिसकी वजह से यह स्थिति निर्मित हुई है. उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लेकर उन्होंने अधिकारियों से बात की है, जिन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सड़क का मरम्मत करवाया जाएगा. फिलहाल क्षेत्रिय प्रतिनिधि ने अपनी जिम्मेदारी को जल्द से जल्द व्यवस्थित करने का आश्वासन तो दे दिया, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर कब तक ग्रामीणों को इस समस्या का निदान मिल पाता हैं.