सूरजपुर: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर (Surajpur) के तमोर पिंगला अभ्यारण्य (Tamor Pingla Sanctuary) के रेस्क्यू सेंटर (Rescue center) में हाथी के बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. मृत हाथी का नाम लक्ष्मण (Lakshman) है. वहीं उसकी मौत कैसे हुई, इसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है.
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हालांकि चिकित्सकों (Physicians) का मानना है कि ये मौत किसी हर्पिस वायरस (Harpis Virus) की वजह से नहीं हुई है. इसके साथ ही चिकित्सकों (Physicians) का कहना है कि इस वायरस के कारण लगातार इस तरह की मौत की खबरें आ रही है. इन दिनों कई हाथियों (Elephant) और उनके बच्चों की मौत इस वायरस से हो चुकी है.
मौत के बाद मचा हड़कंप
वहीं, हाथी के बच्चे की मौत के बाद सेंटर के अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है. एहतियातन रेस्क्यू सेंटर के अधिकारी बाकी हाथियों में वायरस फैलने से रोकने के लिए सावधानियां बरत रहे हैं.
रेस्क्यू सेंटर में थे दो हाथी के बच्चे
बताया जा रहा है कि, रेस्क्यू सेंटर में 7 हाथियों के साथ दो शावक थे, जिनका नाम लक्ष्मण और रेवा है. लक्ष्मण का जन्म लगभग 9 माह पहले इसी रेस्क्यू सेंटर में हुआ था. यह दोनों शावक इस रेस्क्यू सेंटर के आकर्षण का केंद्र थे. दरअसल बुधवार की शाम लगभग 4:00 बजे महावतों को लक्ष्मण में बीमारी के लक्षण दिखे. जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना रेस्क्यू सेंटर के रेंजर को दी.
इलाज के दौरान हुई लक्ष्मण की मौत
रेंजर ने तत्काल चिकित्सक को बुलाया और लक्ष्मण का इलाज शुरू किया. इलाज के दौरान गुरुवार लगभग 3:00 बजे लक्ष्मण की मौत हो गई. रेंजर के द्वारा शावक की मौत की जानकारी के बाद सीएफ, डीएफओ सहित सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. वहीं, वायरस की संभावना की वजह से रेस्क्यू सेंटर के सभी हाथियों को अलग-अलग बांधा गया है और पूरे रेस्क्यू सेंटर में एंटी वायरस का छिड़काव किया गया है.
घातक है हार्पिस वायरस
बताया जा रहा है कि, हार्पिस वायरस से लक्ष्मण की मौत हुई है, ये बहुत घातक वायरस है. जो कि जानवरों में काफी तेजी से फैलता है. इस वायरस से ग्रसित होने के बाद सही इलाज ना मिलने पर 24 घंटे के अंदर जानवर की मौत हो जाती है. हाल ही में रेवा नाम के एक अन्य हाथी शावक की मौत हो गई थी.