सूरजपुर: जिला मुख्यालय को अपराध मुक्त बनाने और अपराधियों की पहचान कर तत्काल गिरफ्तार करने की रणनीति पर काम करते हुए पुलिस प्रशासन ने शहर के चप्पे-चप्पे पर तीसरी आंख की तैनाती कर विशेष सुरक्षा घेरा तैयार किया था, लेकिन अपराधी शहर के अंदर अपराध को अंजाम देकर आसानी से भाग निकलने में सफल हो रहे हैं.
पिछले साल पुलिस विभाग की ओर से शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर भीड़भाड़ वाले मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर शहर की निगरानी की रणनीति बनाई थी, इसके लिए लाखों रुपए भी खर्च किए गए थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे की सुध तक नहीं ली और धीरे-धीरे शहर की सुरक्षा में लगी तीसरी आंख के प्रति उदासीन रवैए को अपना लिया. मामले में कई बार जनप्रतिनिधियों ने पुलिस विभाग को अवगत भी कराया, लेकिन परिणाम विफल रहा.
सभी कैमरों को किया जाएगा दुरुस्त
वहीं इस मामले को लेकर नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष ने पहल की और अपर कलेक्टर सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की. मुलाकात के बाद अपर कलेक्टर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने यह आश्वासन दिया कि 2 दिन के भीतर ही सभी कैमरों को दुरुस्त कर लिया जाएगा.
कुछ दिनों पहले सामने आई थी बाइक चोरी की घटना
बता दें कि कुछ दिन पहले नगर से कई बाइक चोरी की घटना सामने आई है, लेकिन सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण आरोपियों को पकड़ नहीं जा सका है, जिसका खामियाजा नगरवासियों को उठाना पड़ रहा है.