सूरजपुर: प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के सोनगरा में देर रात वन रक्षक लकड़ी की मोटी बल्लियां डिपो से निकल रहे थे. इसी दौरान इसकी भनक आसपास के लोगों को लग गई. जिसके बाद सभी ने वन रक्षक को रंगे हाथो पकड़ने की योजना बनाई. प्लानिंग के बाद लोगों ने देर रात वन रक्षक के साथ कुछ लोगों को लकड़ी ले जाते रंगे हाथो पकड़ा और विभाग के लोगों को इसकी जानकारी दी.
मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने पंचनामा तैयार कराने के बाद विभाग के लोगों से केस में कड़ी कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों ने कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है. केस के बारे में जानकारी देते हुए सोनगरा गांव के राजेस पोर्ते, अनिल, शिव प्रसाद, राम सिंह, बाबू लाल, बलराम, शिव कुमार, शिवनारायण और हरिचरण ने बताया कि सोनगरा में वन रक्षक के पद पर पदस्थ विजेश्वर ठाकुर डिपो से लकड़ी ले जाता है. जिसे सभी रंगे हाथ पकड़ने की ताक में थे. उन्होंने बताया कि शनिवार की रात उन्हें भनक लगी कि वन रक्षक कुछ लोगों की मदद से डिपो से बड़े पैमाने पर लकड़ी निकालने वाला है. ग्रामीण डिपो के एक हिस्से में उनके आने का इंतजार कर रहे थे, जहां रात 11 बजे करीब 10 से ज्यादा लोग वन रक्षक के साथ मोटी-मोटी लकड़ियां लेकर डिपो से बाहर आ रहे थे.
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इसी दौरान ग्रामीणों ने उन्हें दौड़ाया, जिसपर वे लकड़ी छोड़ वहां से भाग गए. हालांकि ग्रामीणों ने वन रक्षक के साथ अनिल, विजय और सोमारू को पकड़ लिया. ग्रामीणों ने पकड़े गए लोगों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने वन रक्षक के कहने पर लकड़ी निकालने की बात कबूल कर ली, लेकिन वन रक्षक ने इससे मना करते हुए कहीं और ले जाने की बात कही. ग्रामीणों ने जब रात में लड़की डिपो से कहां ले जाने की बात पूछी तो वन रक्षक ने कोई जवाब नहीं दिया.
वन रक्षक से कोई जवाब नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने सभी के बयानों का वीडियो बनाया और मौके पर पंचनामा तैयार किया. इसके बाद सभी को छोड़ दिया गया. हालांकि सभी ने वीडियो और पंचनामा की जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों को देते हुए केस में कड़ी कार्रवाई की मांग की है.