सूरजपुर: छत्तीसगढ़ में जब बीजेपी की सरकार थी तब खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम के निर्माण कराने की स्वीकृति दी गई थी. ताकि प्रतिभावान खिलाड़ियों को बड़े मंच तक पहुंचने का मौका मिल सके. तत्कालीन श्रम मंत्री भैया लाल राजवाड़े ने ब्लॉक स्तर पर युवाओं की प्रतिभा निखारने के उद्देश्य से प्रदेश के अलग-अलग विकासखंड के गांव में स्टेडियम निर्माण की स्वीकृति प्रदान की थी.
सूरजपुर जिले के कुंदा बस्ती में भी 25 लाख रुपए की लागत से मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाना था. लेकिन निर्माणाधीन स्टेडियम की गुणवत्ता पर अब सवाल उठने लगे हैं. ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने इंजिनियर समेत ठेकेदार पर गुणवत्ता विहीन मटेरियल के उपयोग किए जाने का आरोप लगाया है.
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गुणवत्ता विहिन मटेरियल का उपयोग
ग्रामीणों ने बताया कि घटिया क्वॉलिटी की रेत उपयोग की गई है, जिससे प्लास्टर में मजबूती नहीं है और सीमेंट भी अच्छी क्वॉलिटी का नहीं लगाया जा रहा है. दीवार मजबूत नहीं होने के कारण बारिश में ढह गई. ढलाई और पिलर में भी कम गुणवत्ता वाली छड़ का इस्तेमाल किया गया. इस बात की शिकायत गांव वालों ने इंजीनियर से की तो उन्होंने काम रोक दिया जबकि PWD के ईई से इस बारे में जानकारी जाननी चाही, तो उन्होंने कहा कि जिले में उनकी पदस्थापना कुछ दिन पहले ही हुई है, जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.