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अच्छी पहल: अब शेल्टर हाउस में होगा सावन का लालन-पालन - चाइल्ड लाइन कमेटी

कोडाकू जनजाति का सावन सुनने और बोलने में असमर्थ बताया जा रहा है. एक  एनजीओ की मदद से चाइल्ड लाइन कमेटी के काउंसलर ने सावन के दादी से मिलकर सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है.

child welfare shelter home in  surajpur
कोडाकू जनजाति का सावन
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Published : Nov 29, 2019, 12:00 PM IST

Updated : Nov 29, 2019, 1:36 PM IST

सूरजपुर: बिन मां-बाप के एक कुपोषित बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के शेल्टर हाउस रखने का फैसला लिया गया है. मासूम को शेल्टर हाउस में रखकर उसकी देखभाल की जाएगी. दरअसल, पांच साल का मासूम सावन अभी तक बोल नहीं पाया है और न ही उसके शरीर में कोई विकास दिख रहा है. इसके बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने उसे उचित पोषण देने के लिए शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है.

सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला

प्रतापपुर के कोडाकुपारा बरौल गांव का रहने वाला 5 साल का कोडाकू जनजाति का सावन शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बताया जा रहा है. सावन सुनने और बोलने में भी असमर्थ बताया जा रहा है. एक एनजीओ की मदद से चाइल्ड लाइन कमेटी के काउंसलर ने सावन के दादी से मिलकर सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है.

सावन के पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई है और उसकी मां उसे छोड़ दूसरी शादी कर ली है. सावन की परवरिश उसके दादा-दादी करते हैं, लेकिन बुढ़ापे के कारण वे उसकी अच्छे से देखभाल नहीं कर पा रहे हैं. जिसके कारण सावन को उचित पोषण नहीं मिल रहा है. पोषण नहीं मिलने के कारण सावन का शारीरिक विकास रुक गया है. इस कारण 5 साल की उम्र में भी सावन बोल-सुन नहीं पा रहा है. सावन की स्थिति को देखते हुए एक एनजीओ की पहल पर चाइल्ड लाइन कमेटी ने सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है. जहां उसकी उचित देखभाल की जाएगी.

सूरजपुर: बिन मां-बाप के एक कुपोषित बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के शेल्टर हाउस रखने का फैसला लिया गया है. मासूम को शेल्टर हाउस में रखकर उसकी देखभाल की जाएगी. दरअसल, पांच साल का मासूम सावन अभी तक बोल नहीं पाया है और न ही उसके शरीर में कोई विकास दिख रहा है. इसके बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने उसे उचित पोषण देने के लिए शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है.

सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला

प्रतापपुर के कोडाकुपारा बरौल गांव का रहने वाला 5 साल का कोडाकू जनजाति का सावन शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बताया जा रहा है. सावन सुनने और बोलने में भी असमर्थ बताया जा रहा है. एक एनजीओ की मदद से चाइल्ड लाइन कमेटी के काउंसलर ने सावन के दादी से मिलकर सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है.

सावन के पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई है और उसकी मां उसे छोड़ दूसरी शादी कर ली है. सावन की परवरिश उसके दादा-दादी करते हैं, लेकिन बुढ़ापे के कारण वे उसकी अच्छे से देखभाल नहीं कर पा रहे हैं. जिसके कारण सावन को उचित पोषण नहीं मिल रहा है. पोषण नहीं मिलने के कारण सावन का शारीरिक विकास रुक गया है. इस कारण 5 साल की उम्र में भी सावन बोल-सुन नहीं पा रहा है. सावन की स्थिति को देखते हुए एक एनजीओ की पहल पर चाइल्ड लाइन कमेटी ने सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है. जहां उसकी उचित देखभाल की जाएगी.

Intro:छोटे पाव मजबूत कदम की पहल अब 5 साल का कोडाकू बच्चा सावन रहेगा चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के शेल्टर हाउस जहां उसका कुपोषण दूर होने के साथ बौद्धिक विकास हो सकेगाBody:5 वर्ष का कोडाकू बच्चा सावन शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर है सावन सुनने और बोलने में भी है असमर्थConclusion:प्रतापपुर-अनाथ और कुपोषित कोडाकू बच्चा सावन अब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के शेल्टर हाउस में रहेगा जहां उसका कुपोषण दूर होने के साथ बौद्धिक विकास हो सकेगा,पांच साल का यह कोडाकू बच्चा प्रतापपुर ब्लॉक मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम कोडाकुपारा बरौल का है।छोटे पांव मजबूत कदम की पहल पर चाइल्ड लाइन कमेटी के काउंसलर ने आज उसके परिजनों से मुलाकात की और समझाने के साथ उनकी सहमति ली।
गौरतलब है कि छोटे पांव मजबूत कदम के राकेश मित्तल,ज्योतश्ना मित्तल व अन्य पिछले हप्ते कोडाकुपारा में जरूरतमंदों को स्वेटर वितरण करने गए थे जहां उनकी नजर बिन मां बाप के कोडाकू बच्चे सावन पर पड़ी,जिसकी उम्र पांच साल के करीब थी और विकसित नजर नहीं आ रहा था।जानकारी लेने पर पता चला कि उसके पिता की मौत हो गई है और मां ने दो बच्चों को छोड़ दूसरी शादी कर ली है,बच्चे की परवरिश इसके दादा दादी करते हैं लेकिन वे उसकी अच्छे से देखभाल नहीं कर पाते हैं जिस कारण विकसित नहीं हो पाया और बोल भी नहीं पाता है।गरीबी के कारण ढंग से खाना नहीं मिलता और पहनने के लिए कपड़े भी नहीं हो पाते जिसके बाद बच्चे को स्वेटर,जूते व अन्य कपड़े मुहिम से जुड़े लोगों ने दिए और बच्चे की स्थिति को लेकर चाइल्ड केयर के टोल फ्री नम्बर पर दी।कुपोषित बच्चे की जानकारी मिलने के बाद चाइल्ड लाइन कमेटी सूरजपुर के काउंसलर प्रवीण कुमार ने छोटे पांव मजबूत कदम मुहिम से जुड़े लोगों के साथ खेत पर काम कर रहे बच्चे के दादा लोलो पंडो और उसकी दादी से मुलाकात की तथा वहां मौजूद बच्चे सावन की स्थिति देखी।काउंसलर ने बच्चे के दादा दादी को बच्चे की स्थिति से अवगत कराते हुए शेल्टर हाउस के साथ बौद्धिक स्तर पर कमजोर बच्चों के स्कूल के बारे में बताया और बच्चे को वहाँ भेजने सहमति देने निवेदन किया।शुरू में तो वे तैयार नहीं हुए लेकिन यह जानने के बाद कि वहां बच्चे के बेहतर इलाज के साथ रहने खाने की व्यवस्था के साथ कपड़े भी मिलेंगे और आप लोग कभी भी जाकर बच्चे से मिल सकते हैं,उन्हें समझाते हुए काउंसलर ने कहा कि बच्चे की जो स्थिति है उसे शेल्टर हाउस भेजना जरूरी है,काफी समझाने के बाद कुपोषित सावन के दादा दादी तैयार हुए और उसे ले जाने सहमति दी।जानकारी देते हुए काउंसलर प्रवीण कुमार ने बताया कि बच्चे के परिजनों की सहमति के बाद उन्होंने प्रकरण तैयार कर लिया है और वे कल चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष प्रकरण प्रस्तुत करेंगे,जिसके बाद कुछ दिनों में सावन को तय शेल्टर हाउस में रखा जाएगा,इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि धीरज गुप्ता,छोटे पांव मजबूत कदम के राकेश मित्तल, राजा खान व अन्य उपस्थित थे।

बाइट- परवीन कुमार चाइल्ड वेलफेयर कमेटी काउंसलर
Last Updated : Nov 29, 2019, 1:36 PM IST
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