सूरजपुर: बिन मां-बाप के एक कुपोषित बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के शेल्टर हाउस रखने का फैसला लिया गया है. मासूम को शेल्टर हाउस में रखकर उसकी देखभाल की जाएगी. दरअसल, पांच साल का मासूम सावन अभी तक बोल नहीं पाया है और न ही उसके शरीर में कोई विकास दिख रहा है. इसके बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने उसे उचित पोषण देने के लिए शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है.
प्रतापपुर के कोडाकुपारा बरौल गांव का रहने वाला 5 साल का कोडाकू जनजाति का सावन शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बताया जा रहा है. सावन सुनने और बोलने में भी असमर्थ बताया जा रहा है. एक एनजीओ की मदद से चाइल्ड लाइन कमेटी के काउंसलर ने सावन के दादी से मिलकर सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है.
सावन के पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई है और उसकी मां उसे छोड़ दूसरी शादी कर ली है. सावन की परवरिश उसके दादा-दादी करते हैं, लेकिन बुढ़ापे के कारण वे उसकी अच्छे से देखभाल नहीं कर पा रहे हैं. जिसके कारण सावन को उचित पोषण नहीं मिल रहा है. पोषण नहीं मिलने के कारण सावन का शारीरिक विकास रुक गया है. इस कारण 5 साल की उम्र में भी सावन बोल-सुन नहीं पा रहा है. सावन की स्थिति को देखते हुए एक एनजीओ की पहल पर चाइल्ड लाइन कमेटी ने सावन को शेल्टर हाउस में रखने का फैसला लिया है. जहां उसकी उचित देखभाल की जाएगी.