सुकमा: 13 साल बाद अब सुकमा के जगरगुंडा में रौनक लौटने लगी है. लोगों के चेहरों पर मुस्कान है. शासन-प्रशासन की मदद से एक बार फिर लोगों के चहरे खिल गए हैं. जगरगुण्डा में बंद पड़े प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं को फिर से खोला जा रहा है.
कन्या आश्रम शाला का किया उद्घाटन
सोमवार की सुबह इनके लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई. नये शिक्षा शिक्षा सत्र के शुरू होने के साथ प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने जगरगुण्डा में मिडिल और हाई स्कूल का शुभारंभ किया इसके साथ कन्या आश्रम शाला का भी उद्घाटन किया. मौके पर मंत्री ने कहा कि इस गांव में खुशियां लाने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि इस गांव के लोगों के विकास के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की हर योजना को सबसे पहले वे यहां लाएंगे.
2006 में नक्सलियों ने मचाया था उत्पात
2006 में नक्सलियों के खिलाफ शुरू सलवा जुडूम अभियान के कारण नक्सलियों ने पूरे इलाके का सर्वनाश कर दिया था. इस लड़ाई में सबसे ज्यादा नुकसान यहां बच्चों को उठाना पड़ा था. नक्सलियों ने यहां स्कूल भवनों को गिरा दिया था. जिसके बाद यहां स्कूल बंद कर दिए गए थे. जिसपर तत्कालीन सरकार ने जगरगुण्डा में संचालित स्कूल को वहां से 56 किलोमीटर दूर दोरनापाल में संचालित करने का फैसला किया. हालांकि 13 साल बाद सरकार एक बार फिर से यहां के स्कूलों को यहीं लगाने का फैसला किया है.