सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सली मोर्चे पर तैनात सुरक्षाबल के जवानों को एक बड़ी सफलता मिली है. जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन (पूना नर्कोम अभियान) और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली संगठन के सीएनएम अध्यक्ष ने सुकमा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है.
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सुकमा में नक्सल उन्मूलन पूना नर्कोम अभियान: सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि "नक्सलियों के खिलाफ सुकमा जिले में नक्सल उन्मूलन पूना नर्कोम अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत लगातार सुकमा जिला पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दौरा करते हुए सभी नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए अपील की जा रही है."
नक्सली था कई गतिविधियों में शामिल: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि "छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति का प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. इस कड़ी में आज नक्सल संगठन में शामिल सीएनएम अध्यक्ष ने नक्सलवाद को अलविदा कह दिया. इसके साथ ही वह मुख्यधारा से जुड़ गया. समर्पित नक्सली दूधी बुधरा नक्सल संगठन में 2018 में सीएनएम सदस्य के तौर शामिल हुआ था और 2018 से लगातार नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा."
सुकमा जिले के चिंतलनार और चिंता गुफा थाना क्षेत्र में विभिन्न नक्सली घटनाओं में भी शामिल रहा. यही कारण है कि नक्सलियों ने सीएनएम सदस्य के रूप में शामिल हुए दूधी बुधरा को तुमालपाड आरपीसी के तहत सीएनएम अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी. जिसके बाद नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दूधी बुधरा ने आत्मसमर्पण किया. समर्पित नक्सली को जल्द ही छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत राशि और अन्य सुविधा जिला पुलिस की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा.
नारायणपुर में नक्सली वारदात: इधर एक दिन पहले ही नक्सलियों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए नारायणपुर जिले के छोटेडोंगर में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना का अंजाम नक्सलियों ने दी है. नारायणपुर पुलिस और सुरक्षा बल नक्सलियों के छानबीन में जुटी है.