सुकमा: पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. नक्सलियों को विस्फोटक सप्लाई करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पहले सुकमा पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनसे 300 से ज्यादा कारतूस बरामद किए गए. दोनों में से एक बालोद के गुंडरदेही और दूसरा धमतरी का रहने वाला है. इनकी निशानदेही पर बाकियों की गिरफ्तारी कांकेर से की गई.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सुकमा से ये कारतूस कांकेर में नक्सलियों को सप्लाई करने के लिए ले जाने वाले थे और पहले भी यह काम कर चुके हैं. आरोपियों ने बताया कि उन्हें जिला मुख्यालय में ही किसी ने ये सप्लाई किया था. पुलिस इनकी भी तलाश कर रही है. एसपी शलभ सिन्हा ने पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है. उन्होंने कहा कि इन सप्लायरों से और भी खुलासे हो सकते हैं.
छत्तीसगढ़ में शहरी नेटवर्क पर पुलिस की कार्रवाई से प्रभावित होगी नक्सल चेन
लैंडमार्क कंपनी का मालिक निशांत जैन भी गिरफ्तार
सुकमा पुलिस के मुताबिक नक्सलियों को कारतूस सप्लाई करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं. बरामद कारतूस में एसएलआर, इंसास, एके 47 और थ्री नॉट थ्रीक की गोलियां शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है. इस मामले में और भी लोगोंं की गिरफ्तारी होने की बात पुलिस कह रही है.
कारतूस का बड़ी खेप पहुंचाने वाले थे आरोपी
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि पुलिस को नक्सलियों के पास कारतूस की बड़ी खेप पहुंचाने की सूचना मिल रही थी. सूचना के आधार पर टीम का गठन किया गया. मलकानगिरी चौक पर गुरुवार को दो संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिसके पास से एक बैग जब्त किया गया है. बैग में 395 जिंदा कारतूस मिले हैं. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों की पहचान मनोज शर्मा निवासी धमतरी और हरिशंकर गडेम निवासी बालोद के रूप में हुई है. मनोज शर्मा लकड़ी तस्करी का काम करता था, वहीं हरिशंकर धोखाधड़ी के मामले में जेल काट चुका है.
कांकेर: नक्सलियों के शहरी नेटवर्क पर पुलिस का शिकंजा, निशांत जैन गिरफ्तार
निशानदेही पर कांकेर से दो गिरफ्तार
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि, इनकी निशानदेही पर कांकेर जिले के दुर्गकोंदल से दो अन्य लोगों को जिला पुलिस के सहयोग से अरेस्ट किया गया है. दोनों की पहचान आत्माराम नरेटी और गणेश कुंजाम के रूप में हुई है. इनके पास से करीब 300 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. एसपी ने बताया कि चारोंं से पुलिस को अहम सुराग मिले हैं. जल्द ही इस मामले में कई और लोगों की गिरफ्तारी होगी.
नक्सली लीडर दर्शन पेद्दा से था संपर्क
दुर्गकोंदल निवासी आत्माराम नरेटी और गणेश कुंजाम के कहने पर मनोज शर्मा और हरिशंकर गडेम से बस्तर के अलग-अलग जिलोंं में कारतूस और अन्य सामग्री मंगाई जाती थी. इसके लिए उन्हें बड़ी रकम दी जाती थी. उनका संपर्क कांकेर के बड़े नक्सली लीडर दर्शन पेद्दा से था, जो प्रतापपुर एरिया कमेटी का सचिव है. एसपी सिन्हा ने बताया कि पुलिस की पूछताछ मेंं आरोपियों ने बीजापुर से कारतूस खरीदकर नक्सलियोंं को सप्लाई करने की बात कबूल की है. आरोपी हरिशंकर गडेम ने नक्सलियोंं को कई बार वर्दी, टोपी और अन्य जरूरी चीजों की आपूर्ति की है. सभी आरोपियों को कोर्ट के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया है.
ठेकेदार निशांत जैन की भी हो चुकी है गिरफ्तारी
बता दें कि 14 मई को कांकेर पुलिस और SIT की संयुक्त टीम ने नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के मामले में एक नक्सल सहयोगी को गिरफ्तार किया था. जो नक्सलियों को नकदी देने और सामान के लिए फाइनेंस करता था. आरोपी लैंडमार्क कंपनी का मालिक निशांत जैन था, जिसे बिलासपुर से SIT की टीम ने गिरफ्तार किया था. निशांत जैन 600 करोड़ की संपत्ति का मालिक है, जो कि धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क निर्माण का मुख्य ठेकेदार है. दूसरे ठेकेदारों को 'पेटी कॉन्ट्रैक्ट' में सड़क निर्माण का कार्य देता था.