अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ में दो दिन से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर है. सरगुजा के दयपुर विकासखंड के घाट बर्रा गांव में तेज बारिश के कारण मिट्टी का मकान गिर गया. हादसे में घर के अंदर सो रहे एक बुजुर्ग दंपति की मलबे में दबकर मौत हो गई है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है. पंचायत ने मृतक के परिजन को सहायता राशि दी है.
जानकारी के मुताबिक घाटबर्रा गांव में रहने वाला बोखा राम मझवार अपनी पत्नी के साथ टिकरा पारा बस्ती में रहता था. बुजुर्ग दंपति अपने बेटों से अलग रहकर बकरी पालन कर अपना जीवन यापन कर रहे थे. 16 अगस्त की रात को बुजुर्ग दंपति बकरियों की रखवाली करने के लिए बकरी बांधने वाले मकान में ही जाकर सो गए थे. रात में जब दंपति सो रहे थे उस दौरान तेज बारिश के कारण मकान गिर गया. आधी रात को दिवार गिरने की आवाज सुनकर जब पड़ोसी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मिट्टी के मलबे और दरवाजा के नीचे दबने से दंपति की मौके पर ही मौत हो गई. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस की दी है.
बकरी चोरी का था डर
बुजुर्ग दंपति का अपना एक और मकान है जो काफी मजबूत है, लेकिन बकरी चोरी के डर से बोखा राम और गौरीबाई बकरियों की रखवाली के लिए बकरियों को बांधने वाले मकान में आकर सोए हुए थे. जानकारी के मुताबिक ग्रामीण के पास लगभग 40 बकरियां थी, जिसमें कई बकरियां चोरी हो गई थी.
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गांव में ही हुआ पीएम
घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने पंचनामा किया. ग्रामीणों की मांग थी कि मृतक दंपत्ति का पोस्टमार्टम गांव में ही किया जाए. ग्रामीणों की मांग पर बीएमओ डॉ. एआर जयंत और अन्य चिकित्सकों की टीम ने गांव में पहुंचकर पोस्टमार्टम कर शव परिजन के सौंप दिया है. इस घटना के बाद गांव में मातम पसरा है.
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सरपंच ने दी मदद राशि
इस घटना के बाद दंपति के परिजनों को सरपंच जयनंदन पोर्ते, सचिव गोपाल राम ने श्रद्धांजलि योजना के तहत अंतिम संस्कार के लिए 2 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता राशि दी गई है. ग्रामीणों का कहना है कि इस दुखद हादसे के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई आर्थिक सहायता राशि अब तक उन्हें नहीं दी गई है.