सरगुजा : महाराष्ट्र की राजनीति में रस्साकशी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. विधायकों को लेकर चल रहा सस्पेंस अब भी बना हुआ है, लेकिन इन सबको एक तरफ कर दिया जाए,तो महाराष्ट्र में बीजेपी ने रातों-रात अपनी सरकार बना ली है. राष्ट्रपति शासन कब हटा, कब विधायकों ने सरकार बनाने के लिए राज्यपाल को चिट्ठी लिखी ये तमाम सवाल सियासी गलियारों में गूंज रहा है. इस मुद्दे पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी सवाल उठाए और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यिारी को भी घेरा.
महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे पर क्या बोले सिंहदेव
- ETV भारत से खास बातचीत में सिंहदेव ने राज्यपाल पर गंभीर सवाल उठाए और कहा कि 'महाराष्ट्र में राज्यपाल के पद का भरपूर दुरुपयोग हुआ है'. उन्होंने कहा कि, 'अचानक रातो-रात ये सब कैसे हो गया. राज्यपाल को यह सोचना चाहिए था कि एक दिन पहले NCP के प्रमुख शरद पवार कह रहे कि NCP, शिवसेना और कांग्रेस साथ मिलकर सरकार बना रही है, तो अचानक रातो-रात बीजेपी कैसे सरकार बना रही है'.
- सिंहदेव ने कहा कि, 'राज्यपाल को एक बार विधायकों से पूछना चाहिए था. आज हालात ऐसे हैं कि 55 विधायक में 4 विधायक अजीत पवार के साथ हैं बाकी के सभी विधायक शरद पवार के साथ हैं. राज्यपाल महोदय ने अपने जमीर को ताक पर रखकर न जाने किस दबाव में यह सब किया'.
- उन्होंने पिछले चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि, 'यह पहले भी उत्तर पूर्वी राज्यों और उत्तराखंड में हो चुका है, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसले लिया था. फिलहाल महाराष्ट्र का मामला सुप्रीम कोर्ट में है, और उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट उचित निर्णय लेगी जिससे प्रजातंत्र मजबूत होगा'.
बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी ने सरकार तो बना ली है, लेकिन ये खुशी उनके लिए छण भर के लिए थी. अब मामला सुप्रीम कोर्ट में है. देखना यह होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या फैसला लेती है.