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अंबिकापुर में महिला का ऑपरेशन कर सरकारी डॉक्टरों ने निकाला साढ़े 10 किलो का ट्यूमर

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Published : Feb 23, 2022, 10:23 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

Tumor operation in Ambikapur : सरकारी अस्पताल के डाक्टरों ने महिला का ऑपरेशन कर उसके शरीर से साढ़े 10 किलो का ट्यूमर निकाला है. महिला को बीते एक महीने से पेट दर्द की शिकायत थी.

Tumor operation in Ambikapur
अंबिकापुर में महिला का ऑपरेशन कर सरकारी डॉक्टरों ने निकाला साढ़े 10 किलो का ट्यूमर

सरगुजा : अम्बिकापुर के शासकीय मेडिकल कालेज (Tumor operation in Ambikapur) अस्पताल के डाक्टरों ने एक बार फिर सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर महिला के शरीर से साढ़े 10 किलो का ट्यूमर निकाला है. यह ऑपरेशन करीब डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चला. सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों ने यह एक बार फिर से साबित किया है कि वो किसी भी निजी अस्पताल से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दे सकते हैं. साढ़े दस किलो का यह ट्यूमर महिला की ओवरी से निकाला गया है. महिला अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है.

एक महीने से पेट दर्द से परेशान थी महिला
चिकित्सकों की इस सफलता पर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आर मूर्ती ने खुशी जताई है. बताया जा रहा है कि दरिमा निवासी 40 वर्षीय इन्द्रो बाई पति मसत राम को पिछले एक माह से पेट दर्द की शिकायत थी. महिला को चलने फिरने व काम करने में समस्या हो रही थी. बेहद गरीब व ग्रामीण क्षेत्र की इस महिला का पेट बेतरतीब तरीके से बढ़ गया था, लेकिन जानकारी के आभाव में उसे अपनी बीमारी का समय पर पता नहीं चला. महिला को लेकर परिजन मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे. यहां उसकी सोनोग्राफी समेत अन्य जांच हुई. जांच के दौरान पेट में बड़ा ट्यूमर होने की जानकारी के बाद उसे 29 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मंगलवार को विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. अविनाशी कुजूर, एनेस्थेसिया विशेषज्ञ डॉ. मधुमित मूर्ति की टीम ने डेढ़ घंटे के ऑपरेशन के बाद महिला के पेट से 10.5 किलो का ट्यूमर निकाला है. महिला की ओवरी और अंडाशय को भी निकालना पड़ा.

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अब महिला की हालत सामान्य
इस संबंध में विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. कुजूर ने बताया कि महिलाओं में इस तरह के ट्यूमर कई कारणों से होते हैं. इस महिला को जानकारी के अभाव में अपनी बीमारी का पता नहीं चल सका. लेकिन महिला का सफल ऑपरेशन किया गया है. अब उसकी हालत सामान्य है. इस ऑपरेशन में डॉ. सुब्रत दास, डॉ. गीतांजलि, डॉ. आशा बंसल, नर्सिंग स्टाफ नीलाम्बर सहित अन्य का योगदान रहा. वहीं मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आर मूर्ति ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. जटिल ऑपरेशन कर लोगों को नया जीवन देने में सफलता मिल रही है.

सरगुजा : अम्बिकापुर के शासकीय मेडिकल कालेज (Tumor operation in Ambikapur) अस्पताल के डाक्टरों ने एक बार फिर सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर महिला के शरीर से साढ़े 10 किलो का ट्यूमर निकाला है. यह ऑपरेशन करीब डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चला. सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों ने यह एक बार फिर से साबित किया है कि वो किसी भी निजी अस्पताल से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दे सकते हैं. साढ़े दस किलो का यह ट्यूमर महिला की ओवरी से निकाला गया है. महिला अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है.

एक महीने से पेट दर्द से परेशान थी महिला
चिकित्सकों की इस सफलता पर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आर मूर्ती ने खुशी जताई है. बताया जा रहा है कि दरिमा निवासी 40 वर्षीय इन्द्रो बाई पति मसत राम को पिछले एक माह से पेट दर्द की शिकायत थी. महिला को चलने फिरने व काम करने में समस्या हो रही थी. बेहद गरीब व ग्रामीण क्षेत्र की इस महिला का पेट बेतरतीब तरीके से बढ़ गया था, लेकिन जानकारी के आभाव में उसे अपनी बीमारी का समय पर पता नहीं चला. महिला को लेकर परिजन मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे. यहां उसकी सोनोग्राफी समेत अन्य जांच हुई. जांच के दौरान पेट में बड़ा ट्यूमर होने की जानकारी के बाद उसे 29 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मंगलवार को विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. अविनाशी कुजूर, एनेस्थेसिया विशेषज्ञ डॉ. मधुमित मूर्ति की टीम ने डेढ़ घंटे के ऑपरेशन के बाद महिला के पेट से 10.5 किलो का ट्यूमर निकाला है. महिला की ओवरी और अंडाशय को भी निकालना पड़ा.

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अब महिला की हालत सामान्य
इस संबंध में विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. कुजूर ने बताया कि महिलाओं में इस तरह के ट्यूमर कई कारणों से होते हैं. इस महिला को जानकारी के अभाव में अपनी बीमारी का पता नहीं चल सका. लेकिन महिला का सफल ऑपरेशन किया गया है. अब उसकी हालत सामान्य है. इस ऑपरेशन में डॉ. सुब्रत दास, डॉ. गीतांजलि, डॉ. आशा बंसल, नर्सिंग स्टाफ नीलाम्बर सहित अन्य का योगदान रहा. वहीं मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आर मूर्ति ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. जटिल ऑपरेशन कर लोगों को नया जीवन देने में सफलता मिल रही है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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