सरगुजा : अंबिकापुर शहर के तेजी से बढ़ते स्वरूप के साथ यातायात का दबाव भी बढ़ा है. शहर के बाहर से एक बाईपास की जरुरत दिख रही है. शहर के बीच से होकर गुजरने वाले भारी वाहनों के कारण आए दिन लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. शहर के गांधी चौक के आस पास ट्रैफिक इतना व्यस्त होता है कि इन भारी वाहनों से लोग भयभीत रहते हैं. लेकिन बीते छह वर्ष से स्वीकृत बाईपास का निर्माण अब तक शुरू भी नहीं हो सका है. Demand for bypass road in Ambikapur
सड़क पर डर का माहौल : शहर के बाहर से एक बाईपास सड़क बनाई जाए. जिससे भारी वाहनों का प्रवेश शहर में बंद हो सके.लोगों का कहना है कि शहर में चलने में डर लगता है. इतने भारी वाहन कब किसकी जान ले लें. इस बात का डर बना रहता है. अगर शहर में भारी वाहन नह आएंगे. तो दुर्घटना भी टल जाएगी और ट्रैफिक भी कंट्रोल रहेगा.
2016 में हुआ था टेंडर : विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार नेशनल हाईवे 43 में अंबिकापुर से पत्थलगांव तक 95 किमी लम्बी सड़क निर्माण का टेंडर वर्ष 2016 में हुआ था. एनएच द्वारा सीसी सड़क निर्माण के लिए टेंडर जीवीआर कंपनी को दिया गया था. लेकिन निर्माण शुरू होने के बाद कंपनी काम नहीं कर पाई और खुद को एनपीए डिफॉल्ट घोषित करा लिया.
डिफॉल्ट होने पर बदली गई कंपनी : जीवीआर कंपनी (GVR Company) के एनपीए होने के बाद केंद्र सरकार ने कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को टेकओवर करते हुए एनसीएलटी के तहत निर्माण का जिम्मा टीबीसीएल को दिया था. इस सड़क में 95.791 किमी की सड़क में से 21.165 किमी के 3 बाईपास बनना है. यह बाईपास सड़क अम्बिकापुर के साथ ही सीतापुर और पत्थलगांव में बनना है. लेकिन अब तक बाईपास सड़क के लिए टेंडर तक नही किया जा सका है.
तीन बाईपास स्वीकृत : NH 43 पर तीन बाईपास का निर्माण किया जाना है जिसमें अंबिकापुर में 15.200 किमी की बाईपास सड़क बननी है. पत्थलगांव में 2.6 किमी, सीतापुर में 3.400 किमी लम्बी बाईपास का निर्माण किया जाएगा. अम्बिकापुर में यह बाईपास सबसे व्यस्ततम एमजी रोड, बिलासपुर रोड, रायगढ़ रोड से भारी वाहनों को शहर के अंदर आने से नियंत्रित करेगा. अगर यह सड़क बन जाती है. तो अम्बिकापुर वासियों को बड़ी राहत मिल सकेगी.
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एक साल में होगा निर्माण : सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार (Surguja Collector Kundan Kumar) का कहना है " विभाग ने नए सिरे से टेंडर के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था. शासन से एनएच पर पीक्यूसी सड़क, पुल, पुलिया, कलवट सहित अन्य निर्माण कार्यों के प्रस्ताव को अपनी वार्षिक कार्ययोजना में शामिल कर लिया है. निर्माण की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है. अब नए सिरे से टेंडर कर सड़क का निर्माण कराया जाएगा. शेष बचे भू-अर्जन की कार्रवाई भी पूर्ण कराई जाएगी. उम्मीद है कि एक वर्ष में निर्माण शुरू हो जायेगा" Ambikapur latest news