अहमदाबाद: गुजरात के बोपल में एमबीए छात्र प्रियांशु जैन की हत्या के मामले में सरखेज थाने में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी वीरेंद्र सिंह पढेरिया को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी को पंजाब से पुलिस ने पकड़ा है. इस मामले में पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें आरोपी पुलिसकर्मी से पूछताछ के बाद घटना की जानकारी मीडिया को दी गई.
आरोपी वीरेंद्र पढेरिया से पुलिस की पुलिस से पुछताछ में पता चला है कि, हत्या क्यों और किन परिस्थितियों में हुईं. आरोपी ने बताया कि, प्रियांशु और उसके दोस्त ने उसे गाली दी थी और गुस्से मे आकर उनसे इतना बड़ा अपराध हो गया.
घटना के समय वीरेंद्र सिंह के साथ कार चला रहा एक अन्य पुलिसकर्मी दिनेश उर्फ डीके मौजूद था. पुलिस ने उससे भी पूछताछ की है. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि, क्या दिनेश ने वीरेंद्र को भागने में मदद की थी. पुलिस जांच में पता चला है कि, आरोपी का एक दोस्त पंजाब में रहता था. वहीं आरोपी छुपने के लिए दोस्त के घर गया था. मामले में पुलिस ने उसके दोस्त से भी पूछताछ की है और अगर वो इसमें शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
समग्र घटना का रिकन्स्ट्रक्शन किया गया
क्राइम ब्रांच द्वारा आरोपी पुलिसकर्मी वीरेंद्र पढरिया को मौके पर ले जाकर पूरी घटना का रिकन्स्ट्रक्शन किया गया. पुलिस जांच में एक अहम कड़ी मिली और क्राइम ब्रांच ने पंजाब के संगरूर से आरोपी विरेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी पुलिसकर्मी का आपराधिक इतिहास रहा है
आरोपी पुलिसकर्मी वीरेंद्र सिंह पढेरिया का आपराधिक इतिहास भी रहा है. वह पहले भी दो बार निलंबित हो चुका है. साल 2017 में बावला में कॉल सेंटर खोलकर विदेशी नागरिकों को निशाना बनाने के मामले में वीरेंद्र सिंह पढेरिया का नाम आया था.
सीसीटीवी में कैद हुई कॉन्स्टेबल की कार
पुलिस जांच के दौरान घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इस फुटेज में पुलिस कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह पढेरिया पूरी रफ्तार से कार में आते दिख रहा है. उसी दौरान प्रियांशु और उसका दोस्त बुलेट मोटरसाइकिल पर बोपल सन साउथ स्ट्रीट अपार्टमेंट से निकले. वहीं, सामने काली हैरियर कार में सवार वीरेंद्र सिंह पढेरिया को प्रियांशु जैन ने कार धीरे से चलाने के लिए टोका था और दोनों दोस्त आगे बढ गए. इस बात को लेकर वीरेंद्रसिंह पढेरिया, ने अपनी कार यू-टर्न ली और बुलेट का पीछा करते हुए, और कुछ सेकंड के भीतर, प्रियांशु तक पहुंच गया. इस दौरान दोनों के बीच बहस होती है. विवाद इतना बढ़ गया कि, आरोपी विरेंद्र सिंह ने चाकू से प्रियांशु पर हमला कर दिया.
आरोपी वीरेंद्र सिंह पंजाब से गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अहमदाबाद और गांधीनगर से 300 हैरियर कारों की जांच की, जिसके जरिए सरखेज थाने में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत पुलिसकर्मी वीरेंद्र सिंह को पंजाब से गिरफ्तार किया गया. इससे पहले पुलिस ने आरोपियों के 300 से 450 सीसीटीवी फुटेज की जांच की थी और मृतक के दोस्त के बताए अनुसार आरोपी का स्केच भी जारी किया था.
कौन था मृतक प्रियांशु जैन?
घटना की रात (10 नवंबर, रविवार) प्रियांशु जैन और उसका दोस्त कैंपस में एक इंटरव्यू के चलते अपना सूट सिलवाने के लिए बोपल आए थे और वहीं से वह अपने हॉस्टल जा रहे थे. 23 साल के प्रियांशु जैन के पिता पंकज जैन मेरठ में बिजनेसमैन हैं. उनके बच्चों में एक बेटा प्रियांशु और एक बेटी है. इस तरह प्रियांशु उनका इकलौता बेटा था. प्रियांशु अहमदाबाद के मायका कॉलेज में एमबीए के दूसरे वर्ष का छात्र था. वह हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था. वहीं, प्रियांशु की अचानक मौत से उसका परिवार सदमे में है.
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