सक्ती: डभरा में एक कर्मचारी ने पैसे के लालच में अपने ही मालिक के साथ गद्दारी कर दी और लूट की झूठी कहानी बनाकर करीब 2 लाख रुपए रख लिए. लेकिन पुलिस की पूछताछ में कर्मचारी कमजोर हो गया और पूरी सच्चाई उगल दी.
क्या है पूरा मामला: डभरा के विक्रम अग्रवाल ने उसके कर्मचारी से 197000 रुपये की लूट की शिकायत पुलिस में की. पुलिस ने जांच शुरू की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. अग्रवाल के पास काम करने वाले नौकर ने ही लूट की झूठी कहानी रची थी.
आरोपी ने सुनाई लूट की कहानी: आरोपी का नाम चन्द्रप्रकाश सिदार है, जो ग्राम कुसुमझर का रहने वाला है और धरमकांटा में काम करता था. 20 सितंबर को विक्रम अग्रवाल ने चंद्रप्रकाश को कंवली इण्डेन गैस एजेंसी की बिक्री का पैसा लाने के लिए भेजा था. चंद्रप्रकाश ने सुबह साढ़े 10 बजे किसी दूसरे मोबाइल नंबर से अग्रवाल को फोन किया और बताया कि दो मास्क लगाए बाइक राइडर्स ने पुटीडीह नाला पार करने के बाद उसे रोका और पिस्टल दिखाकर सारे रुपये लूट लिए. उसका मोबाइल भी छीन लिया. मोटर साइकिल की चाबी भी लेकर चले गए.
बाइक की किश्त जमा करने साजिश रची: ये कहानी सुनकर पुलिस को कुछ खटका. सक्ती पुलिस घटना स्थल पहुंची. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद चंद्रप्रकाश से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया. आरोपी ने बताया कि सारे पैसे उसने ही छिपाकर रखे हैं. बाइक की किश्त जमा करने उसने रुपये कोटमी के पास खेत में छिपाकर रख दिया. मोबाइल और बाइक की चाबी खेत में फेंक दी. इस खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. कैश बरामद कर लिया है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.