बालोद : नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बालोद शहर में कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है. नगर के कांग्रेस प्रत्याशी पद्मिनी साहू के प्रचार और जन समर्थन सभा में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे. इस दौरान भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पर तंज कसा. भूपेश बघेल ने कहा कि विष्णु देव साय खुद को अवतारी पुरुष समझने लगे हैं.स्वयं को भगवान राम से बढ़कर पोस्टर जारी करवाते हैं. इसलिए जनता ही उनको वापस जमीन पर ला सकती है.इसलिए आप सभी मिलकर कांग्रेस के समर्थन में मतदान करें.
बीजेपी ने सारी योजनाएं की बंद : भूपेश बघेल ने इस दौरान कहा कि शासन की सभी बड़ी-बड़ी योजनाएं भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बंद कर दिया है. केवल एक ही योजना वर्तमान में संचालित है वो है महतारी वंदन योजना. हमने जनता के लिए काफी कुछ किया था उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाया था और हमने उनका खर्च भी व्यवस्थित किया था. बाजार में बहार देखने को मिलती थी. परंतु आज ना जनता की जेब में पैसा है ना बाजार में रौनक. पता नहीं यहां पर सरकार क्या कहना और करना चाह रही है.
जहां पर महाकुंभ लगा हुआ है वहां स्नान करने के लिए केवल प्रधानमंत्री, मंत्री और बड़े-बड़े वीआईपी को जगह मिलती है. आम जनता के लिए वहां पर कोई जगह नहीं है. भगदड़ होती हैं लोग मरते हैं. उसमें एक बाबा बागेश्वर हैं वो कहते हैं कि उन्हें पुण्य की प्राप्ति मिली है. भैया ये कहां का न्याय है. प्रधानमंत्री स्वयं को अवतारी पुरुष मानते थे. परंतु जनता ने जब उन्हें सिखाया कि 400 पार का नारा आपका फेल हो चुका है तो अब वो खुद ही मानने लगे हैं कि मैंने धरती पर जन्म लिया है- भूपेश बघेल, पूर्व सीएम छग
बीजेपी ने भी लगाया दम : जहां एक ओर कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव में पूरी ताकत लगा रही है वहीं दूसरी ओर बीजेपी की ने भी दम दिखाया है.बीजेपी की ओर से विधायक अनुज शर्मा ने प्रत्याशी प्रतिभा चौधरी के पक्ष में प्रचार करते हुए शहर में रोड शो किया.इस दौरान अनुज शर्मा ने गंगा मैया मंदिर में आशीर्वाद लिया. इस दौरान अनुज शर्मा ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि पूरे चुनाव में कांग्रेस हमारे बराबर नहीं है. उनकी पार्टी में आपसी सिर फ़ुटव्वल चल रहा है. मैं इस बारे में ज्यादा कुछ कहना नहीं चाहता.
मैं अभी पूरे प्रदेश सहित जहां-जहां पार्टी जिम्मेदारी दे रही है वहां-वहां दौरा कर रहा हूं. हम सब बहुत अच्छी स्थिति में है. बालोद जिले के सभी नगरीय निकायों में जीत स्पष्ट है. प्रतिभा चौधरी बहुत ही जीवट महिला है. वह शहर के विकास के लिए सक्रिय रहने वाली महिला है. शहरवासी का आशीर्वाद उन्हें जरूर मिलेगा- अनुज शर्मा, बीजेपी विधायक
डौंडीलोहारा नगर पंचायत में भी मुकाबला दिलचस्प : डोंडी लोहारा नगर पंचायत में अब तक का सबसे दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. राज परिवार की लड़ाई पूर्व मंत्री के खेमे से देखने को मिल रही है.वहीं कभी बीजेपी और कभी कांग्रेस का हिस्सा रहे प्रेम भंसाली भी बागी चुनाव लड़कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. राज भवन में लोगों से युवराज खुद मिल रहे हैं. युवराज लाल निवेंद्र सिंह टेकाम ने कहा कि मैं कोई राजा नहीं हूं ना ही नेता हूं, ये शहर मेरी जिम्मेदारी है और जो जनता बैठी हुई है उनका मैं बेटा हूं.
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अनिल लोढ़ा के मुताबिक हमारा घोषणा पत्र प्रभावशाली है लोगों की जुबान में है. हम इसे पूरा करेंगे. इसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. इस बार जनता उन्हें आशीर्वाद जरुर देगी.
वहीं निर्दलीय प्रत्याशी प्रेम भंसाली अपने पिछले समय के काम को लेकर मैदान में हैं. लगभग 5 वर्ष पूर्व नगर पंचायत के अध्यक्ष रहे प्रेम भंसाली इस बार निर्दलीय मैदान में है. पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है. लेकिन उन्होंने कहा कि मैं तो कुछ सोचकर यहां आया हूं. मैंने अपने पिछले कार्यकाल में जो काम किए हैं उससे यहां की जनता परिचित है.
पंचायत चुनाव में भी जुटे प्रत्याशी : वहीं त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव का शोर भी गांव में गूंजने लगा है. यहां पर सिंबॉल आबंटित होने के बाद प्रत्याशियों ने जनसंपर्क में अपनी ताकत झोंक दी है. जिला मुख्यालय के आसपास के जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 के प्रत्याशी कृतिका साहू ने ग्राम देवारभाट से अपने जनसंपर्क की शुरुआत की है. आपको बता दें जिला पंचायत के 14 सीटों के लिए नाम वापसी के बाद 45 प्रत्याशी मैदान में हैं. बीजेपी कांग्रेस दोनों ही राजनैतिक दल अपने प्रचार प्रसार में जुट गए हैं. एक दिन पहले ही सिंबल का आबंटन किया गया है. बीजेपी को इस बार अध्यक्ष बनाना चुनौती रहेगी. जिला निर्माण के बाद से अध्यक्ष सीट पर कांग्रेस का कब्जा है.
दूसरी बार मैदान में उतरी कृतिका : जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 की बात करें तो कृतिका साहू को बीजेपी ने जिला पंचायत के लिए दूसरी बार मौका दिया है. वो अध्यक्ष पद के भी दावेदार माने जा रहे हैं. जिसे देखते हुए पार्टी ने ताकत झोंकी है. बात करें अन्य जगहों की तो इस बार जिला पंचायत का रण देखना दिलचस्प होगा क्योंकि कई जगहों पर बीजेपी और कांग्रेस के बागी प्रत्याशी समीकरण बिगाड़ते देखे जा सकते हैं.
जिला बनने के बाद दो बार ही चुनाव : बालोद जिले में स्वतंत्र जिला निर्माण के बाद से अब तक केवल दो ही बार जिला पंचायत के चुनाव हुए हैं. ये तीसरा मौका है जब दोनों राष्ट्रीय पार्टियां जिला पंचायत के लिए दमखम लगा रहीं है. बात करें जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट की तो जिला निर्माण के बाद से दोनों बार कांग्रेस का कब्जा इस सीट पर रहा है. पहले देवलाल ठाकुर कांग्रेस से अधिकृत होकर अध्यक्ष बने. बाद में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. लेकिन पार्टी का दामन थामने से पहले उनके जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो चला था. वहीं दूसरी बार सोना देवी देशलहरे को कांग्रेस से अध्यक्ष पद की कमान मिली. तीसरी बार जिला पंचायत का चुनाव है और राज्य में बीजेपी की सरकार है.कांग्रेस चाहती है कि वह इस बार हैट्रिक मारे लेकिन कांग्रेस के इस मिथक को तोड़ने के उद्देश्य से बीजेपी मैदान में है.
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