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राजनांदगांव: पुल निर्माण न होने से यहां के ग्रामीण नाराज, दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार करने की चेतावनी दी है. उनका कहना है कि सालों बाद भी शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग पूरी नहीं हुई है, इसलिए वे मतदान नहीं करेंगे.

मतदान का बहिष्कार
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Published : Apr 4, 2019, 9:53 AM IST

Updated : Apr 4, 2019, 4:04 PM IST

चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
राजनांदगांव: जिला मुख्यालय से करीबन 100 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मुड़पार के ग्रामीणों ने अब मतदान का बहिष्कार करने की ठान ली है. ग्रामीणों की सालों से लंबित विचारपुर से दौड़कर के बीच शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है. इसके चलते ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.

4 दशक से इंतजार
ग्रामीणों की इस चेतावनी के बाद जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं इस मामले में कलेक्टर ने ग्रामीणों को समझाइश देने की बात भी कही है. बता दें कि ग्राम पंचायत मुड़पार के ग्रामीणों की तीन मांगें तकरीबन चार दशकों से अधूरी है. अब तक न तो प्रशासन इस दिशा में कोई पहल कर पाया और न ही कोई जनप्रतिनिधि. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्याओं पर न तो जिला प्रशासन कोई पहल करता है और न ही कोई जनप्रतिनिधि. ऐसे में मतदान करने का क्या औचित्य है.

शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग
उनका कहना है कि सरकार केवल विकास की बातें करती है लेकिन विकास के नाम पर कोई काम ही नहीं होता. वह सालों से विचारपुर से दौड़कर के बीच शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं जो अब तक अधूरी है वही डूमर भुजा से महाराष्ट्र सीमा में 2 किलोमीटर तक की सड़क की मांग की जा रही है, ये भी अधूरी है. इसके अलावा मुड़पार से हलमकोड़ो नदी से सड़क निर्माण की मांग की जा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं है. लिहाजा स्थानीय लोगों ने चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की ठान ली है.

कलेक्टर ने की मतदान करने की अपील

इस मामले में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने कहा है कि उन्होंने मतदान के बहिष्कार की खबर आते ही सरपंच और सचिव से चर्चा करने के लिए एसडीएम को निर्देश दे दिए हैं. साथ ही ग्रामीणों से अपील की गई है कि मतदान करना उनका अधिकार है और वे मतदान करें. उन्होंने कहा कि उनकी जो भी मांगें हैं उन्हें सिस्टम में लाकर पूरा किया जाएगा.

चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
राजनांदगांव: जिला मुख्यालय से करीबन 100 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मुड़पार के ग्रामीणों ने अब मतदान का बहिष्कार करने की ठान ली है. ग्रामीणों की सालों से लंबित विचारपुर से दौड़कर के बीच शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है. इसके चलते ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.

4 दशक से इंतजार
ग्रामीणों की इस चेतावनी के बाद जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं इस मामले में कलेक्टर ने ग्रामीणों को समझाइश देने की बात भी कही है. बता दें कि ग्राम पंचायत मुड़पार के ग्रामीणों की तीन मांगें तकरीबन चार दशकों से अधूरी है. अब तक न तो प्रशासन इस दिशा में कोई पहल कर पाया और न ही कोई जनप्रतिनिधि. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्याओं पर न तो जिला प्रशासन कोई पहल करता है और न ही कोई जनप्रतिनिधि. ऐसे में मतदान करने का क्या औचित्य है.

शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग
उनका कहना है कि सरकार केवल विकास की बातें करती है लेकिन विकास के नाम पर कोई काम ही नहीं होता. वह सालों से विचारपुर से दौड़कर के बीच शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं जो अब तक अधूरी है वही डूमर भुजा से महाराष्ट्र सीमा में 2 किलोमीटर तक की सड़क की मांग की जा रही है, ये भी अधूरी है. इसके अलावा मुड़पार से हलमकोड़ो नदी से सड़क निर्माण की मांग की जा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं है. लिहाजा स्थानीय लोगों ने चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की ठान ली है.

कलेक्टर ने की मतदान करने की अपील

इस मामले में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने कहा है कि उन्होंने मतदान के बहिष्कार की खबर आते ही सरपंच और सचिव से चर्चा करने के लिए एसडीएम को निर्देश दे दिए हैं. साथ ही ग्रामीणों से अपील की गई है कि मतदान करना उनका अधिकार है और वे मतदान करें. उन्होंने कहा कि उनकी जो भी मांगें हैं उन्हें सिस्टम में लाकर पूरा किया जाएगा.

Intro:अब तक नहीं हुआ पुल निर्माण मतदान का बहिष्कार करने उतरे ग्रामीण
राजनांदगांव जिला मुख्यालय से करीबन 100 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मुड़पार के ग्रामीणों ने अब मतदान का बहिष्कार करने की ठान ली है ग्रामीणों की सालों से लंबित विचारपुर से दौड़कर के बीच शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है इसके चलते ग्रामीणों ने अब इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी जिला प्रशासन को दे दी है. ग्रामीणों की इस चेतावनी के बाद जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं इस मामले में कलेक्टर ने ग्रामीणों को समझाइश देने की बात भी कही है.
बता दें कि ग्राम पंचायत मुड़पार के ग्रामीणों की तीन मांगे तकरीबन चार दशकों से अधूरी है इसके बाद भी अब तक ना तो प्रशासन इस दिशा में कोई पहल कर पाया और ना ही कोई जनप्रतिनिधि इसके चलते अब ग्रामीणों का लोकतंत्र से ही विश्वास उठ गया है ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्याओं पर ना तो जिला प्रशासन कोई पहल करता है और ना ही जनप्रतिनिधि ऐसे में मतदान करने का क्या औचित्य है जब सरकार केवल विकास की बातें कहता है लेकिन विकास के नाम पर कोई काम ही नहीं हो पाता ग्रामीणों का कहना है कि वह सालों से विचारपुर से दौड़कर के बीच शिवनाथ नदी पर पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं जो अब तक अधूरी है वही डूमर भुजा से महाराष्ट्र सीमा में 2 किलोमीटर तक की सड़क की मांग की जा रही है यह भी अधूरी है इसके अलावा मुड़पार से हलमकोड़ो नदी से सड़क निर्माण की मांग की जा रही है लेकिन इन मांगों को लेकर अब तक ना तो किसी जनप्रतिनिधि ने सुध ली और ना ही जिला प्रशासन ने इसके चलते हुए अब इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की ठान ली है.
सरपंच सचिव से चर्चा करने दिए निर्देश
इस मामले में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने कहा है कि उन्होंने मतदान के बहिष्कार की खबर आते ही सरपंच एवं सचिव से चर्चा करने के लिए एसडीएम को निर्देश दे दिए हैं साथ ही ग्रामीणों से अपील की गई है कि मतदान करना उनका अधिकार है और वे मतदान करें उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सरकार ग्रामीणों की योजनाएं चल आती है उनकी जो भी मांगे हैं उन्हें सिस्टम में लाकर पूरा किया जाएगा.Body:इस मामले में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य की बाइट मोजो से भेजी गई हैConclusion:
Last Updated : Apr 4, 2019, 4:04 PM IST
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