राजनांदगांव: नगर निगम ने एक फरमान जारी किया है, जिसके बाद से ही पार्षदों के होश उड़ गए हैं. निगम ने वार्ड में लाइट लगाने का काम पार्षदों को अपने निधि से करने का निर्देश जारी किया है. भाजपा पार्षदों ने साफतौर पर कहा है कि विद्युत की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी निगम की है.
भाजपा पार्षदों का कहना है कि वार्डो में लाइट व्यवस्था कराने की जिम्मेदारी नगर निगम की है. पार्षद निधि का उपयोग किए जाने के लिए दबाव बनाना उचित नहीं है. राज्य स्तर से की गई इस प्लानिंग का भाजपा पार्षद जबरदस्त विरोध करते नजर आ रहे हैं. दबी जुबान में कांग्रेस पार्षद भी इस व्यवस्था से खुश नहीं दिखाई दे रहे हैं. पार्षदों का कहना है कि कोरोना के चलते वार्ड के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर वार्ड के विकास में ही पार्षद निधि का खर्च किया जाना बेहतर है. नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु का कहना है कि अपने चहेते ठेकेदार को ठेका देने के लिए राज्य स्तर से कांग्रेस के नेता प्लानिंग कर रहे हैं. जिसके लिए पार्षद निधि का उपयोग किए जाने की प्लानिंग है. उन्होंने कहा कि भाजपा पार्षद इसका खुलकर विरोध करेंगे.
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पार्षदों से मांगी गई सहमति
निगम ने सभी पार्षदों को पत्र भेजा है. इसमें सभी पार्षदों को 75 हजार रुपये निधि जारी किए जाने की सहमति देने की मांग की गई है. इस निर्देश से भाजपा और कांग्रेस पार्षदो में दो फाड़ की स्थिति निर्मित हो गई है. जहां भाजपा पार्षदों में नाराजगी दिख रही है, वही कांग्रेस पार्षद भी इस फरमान से खुश नजर नहीं आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार विद्युत लाइट के लिए पार्षद निधि का उपयोग करने के लिए पूरी प्लानिंग रायपुर स्तर से न सिर्फ तैयार की गई है बल्कि एक फर्म को ठेका भी दे दिया गया है. प्रदेश भर में सिर्फ राजनांदगांव में ही इस तरह का निर्देश जारी किया गया है.