गौरेला पेंड्रा मरवाही: उप स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के लिए पहुंची प्रसूता की अस्पताल में पदस्थ नर्स की लापरवाही के चलते जच्चा बच्चा की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है.
प्रसव में लापरवाही पर कार्रवाई: कलेक्टर के निर्देश पर जांच के बाद दोषी ANM पुष्पांजलि राठौर को स्वास्थ्य विभाग ने सस्पेंड कर दिया है. इस खबर को ETV भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद कार्रवाई की गई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जांच कराई गई. जिसके बाद ANM को सस्पेंड कर दिया गया.
इस मामले में पुष्पांजलि राठौर ने प्रसूता और उसके नवजात की गंभीर स्थिति को लेकर अपने उच्च अधिकारियों को अवगत नहीं कराया. ना ही अपने उच्च अधिकारियों से दिशा निर्देश लिया. जिसकी वजह से समय रहते मां और बच्चे को उचित इलाज नहीं मिल पाया और उनकी मौत हो गई. मामले में कार्रवाई करते हुए पुष्पांजलि राठौर ANM को सस्पेंड कर दिया गया है.-डॉ हर्षवर्धन, विकासखंड चिकित्सा अधिकारी, मरवाही
ज्यादा खून बहने से जच्चा बच्चा की मौत: पूरा मामला जिले के आदिवासी बाहुल्य मरवाही के निमधा गांव स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र का है. मामला 10 फरवरी का है. सुबह 10 बजे लगभग खुरपा गांव की रहने वाली प्रसूता बुधवारिया बाई भैना को सुरक्षित प्रसव करवाने उसके परिजन निमधा गांव स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. अस्पताल में पदस्थ नर्स पुष्पांजलि राठौर और स्टाफ ने बुधवारिया बाई का प्रसव कराया. लेकिन डिलीवरी के दौरान लगातार प्रसूता का रक्त स्राव नहीं रुका. इस दौरान प्रसूता को लगभग 19 घंटे तक अस्पताल में ही रखा गया. स्थिति बिगड़ने के बाद भी जिला अस्पताल रेफर नहीं किया गया. हालत जब ज्यादा गंभीर हो गई तब आनन फानन में रात 3 बजे प्रसूता को जिला अस्पताल रेफर किया गया. इस दौरान कोई एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराया गया.
डिलीवरी के दौरान हालत खराब होने के बाद किया रेफर: पीड़ित परिवार निजी गाड़ी से दूसरे दिन लगभग 4:45 बजे अस्पताल पहुंचे. जहां 5:15 बजे जच्चा और बच्चा की मौत हो गई. जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने प्रसूता की मौत की वजह ज्यादा खून बहना बताया. बताया जा रहा है कि मृतका अपने मां बाप की इकलौती संतान थी. वहीं प्रसूता का खुद का परिवार भी उजड़ गया.