राजनांदगांव: कोरोना वायरस का प्रभाव पूरे देश में देखने को मिल रहा है. इस संकटकाल में लोग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं. मिडिल क्लास के लोग जैसे-तैसे अपना जीवन यापन कर रहे हैं. वहीं गरीब तबके के लाेगों को दो वक्त की रोटी के लिए भी जूझना पड़ रहा है. ऐसे में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से आम जनता को महंगाई की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
बता दें कि, डीजल की कीमतें बढ़ने से माल-भाड़े में भी बढ़ोत्तरी होगी. बाहरी राज्यों से माल की आवक के लिए व्यापारियों को अतिरिक्त कीमत चुकानी पड़ेगी. लिहाजा व्यापारी भी इसकी आपूर्ति खाद्य सामाग्रियाें समेत अन्य चीजों के दाम बढ़ा कर ही करेंगे. जिसका असर सीधे लगों की जेब पर पड़ेगा. ऐसे में महंगाई से हो रही परेशानी को देखते हुए खैरागढ़ की जनता से बात की गई. लोगों ने अपनी बात रखी है.
बिगड़ेगा घर का बजट
लोगों की माने तो लॉकडाउन ने पहले ही कमर तोड़कर रख दी है. वहीं अब पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें लोगों के घर का बजट बिगाड़ रही है. मिडिल क्लास और गरीब तबके के लोगों की थाली पर यह सीधा हमला है. क्योंकि माल-भाड़े में बढ़ोत्तरी होने से सीधे सामानों की कीमतों में बढ़ोत्तरी होगी. इससे लाेगों के घर का मासिक बजट बिगड़ेगा. वहीं छोटे दुकानदारों को भी सामान बेचने में परेशानी होगी.
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जनता पर पड़ेगी दोहरी मार
कोरोना संकटकाल में पहले ही जनता आर्थिक परेशानियों से जूझ रही है. लोगों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ना उनके जेब पर दोहरा मार जैसा है. क्योंकि कुछ समय के बाद खाद्य सामाग्रियों के दामों में वृद्धि होने वाली है. खासतौर पर बाहरी राज्यों से आपूर्ति होने वाले सामनों की कीमतें आसमान छुएंगी. ऐसे में जनता को भविष्य में महंगाई का सामना करना पड़ेगा.
राज्य और केंद्र सरकार टैक्स में दें छूट
लोगों का कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की भूपेश बघेल सरकार को पेट्रोल-डीजल के दाम करने की जरूरत है. दोनों सरकारों को टैक्स में छूट देनी चाहिए. ताकि कीमतें कम हो सके. और लोगों को राहत मिल सके.