राजनांदगांव: केंद्र की महत्वकांक्षी योजना कही जाने वाली गरीब कल्याण योजना में राजनांदगांव जिले का नाम शामिल नहीं किया गया है. इसका राजनांदगांव में जमकर विरोध किया जा रहा है. इसी क्रम में NSUI के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुतला जलाने का प्रयास किया. NSUI के कार्यकर्ताओं ने सांसद संतोष पांडेय के कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया.
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NSUI के कार्यकर्ताओं ने सांसद के कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'राजनांदगांव जिले के साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है. छत्तीसगढ़ पहले ही गरीब राज्यों की श्रेणी में आता है, बावजूद इसके न छत्तीसगढ़ राज्य का नाम इस योजना में शामिल किया गया और न ही राजनांदगांव का. जबकि राजनांदगांव जिले से बीजेपी सांसद इस मामले में हस्तक्षेप कर सकते थे, लेकिन उन्होंने अपना उत्तरदायित्व नहीं निभाया.'
पुलिस ने रोका प्रदर्शन
पुतला दहन को रोकने के लिए पुलिस ने भरसक प्रयास किया, इस बीच लगातार NSUI के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तनाव देखने को मिला. इस बीच कार्यकर्ताओं ने सांसद का पुतला दहन करने का प्रयास किया. इस दौरान NSUI के जिलाध्यक्ष विप्लव शर्मा ने सांसद की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को गरीब कल्याण योजना में शामिल नहीं किया जाना एक तरीके से भेदभाव पूर्ण व्यवहार है. जिसका NSUI पूरा विरोध करती है.
प्रदेश भर में कर रहे प्रदर्शन
केंद्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों को रोजगार के लिए 20 जून को गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की है, लेकिन इसमें छतीसगढ़ को शामिल नहीं किया गया है. इसे लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ता प्रदेश भर में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, इससे पहले कांकेर में भी NSUI के कार्यकर्ताओं ने सांसद मोहन मंडावी के निवास के सामने विरोध प्रदर्शन किया था.